🌹देशी गाय का घी : धरती का अमृत🌹

देशी गाय का घी
1. पहला गुण : संतुलन
* 80% रोग वात-पित्त के असंतुलन से होते हैं। देशी गाय का घी इन्हें सन्तुलित कर हमें 80% रोगों से बचाता है।
* देशी गाय का घी पतले को मोटा व मोटे को पतला करता है यानी शरीर को संतुलित करता है।
* देशी गाय का घी हॉरमोन्स को संतुलित रखता है। घी खानेवालों को
Hormonal Imbalance की समस्या नहीं होती।
2. दूसरा गुण : मानसिक रोगों से मुक्ति
भय : जिनके दिमाग में गर्मी होती है, उन्हें डर अधिक लगता है। घी दिमाग की गर्मी को शांत कर अभय प्रदान करता है।
क्रोध/चिड़चिड़ापन : दिमाग की गर्मी से गुस्सा अधिक आता है। देशी गाय का घी दिमाग की गर्मी को कम कर शान्ति प्रदान करता है, चिड़चिड़ापन दूर करता है।
ईर्ष्या (जलन) : जलन शब्द ही दिमाग में अधिक गर्मी का प्रतीक है। देशी गाय के घी से जलन शांत होती है।
डिप्रेशन : दिमाग में गर्मी बढ़ने से व्यक्ति तनाव को झेल नहीं पाता और डिप्रेशन का शिकार हो जाता है। देशी गाय का घी दिमाग को ठंडा रख तनाव को झेलने की क्षमता को बढ़ाकर डिप्रेशन का शिकार होने से बचाता है।
3. तीसरा गुण : तृप्ति
'संतुलित आहार' यह विज्ञान नहीं, अज्ञान है। भोजन के सबसे महत्त्वपूर्ण गुण हैं : भोजन पौष्टिक व तृप्तिदायक होना चाहिए। पौष्टिक भोजन शरीर को और तृप्तिदायक भोजन मन को निरोगी रखता है। वही व्यक्ति भ्रष्ट होता है जो अतृप्त होता है। देशी गाय का घी तृप्ति प्रदान करता है।
4. चौथा गुण : प्रेम
देशी गाय के घी में जो चिकनाई होती है, उसे स्नेह कहा जाता है। देशी गाय का घी खाने से शरीर व मन दोनों का रूखापन खत्म होता है।
5. पाँचवा गुण : दिमाग का टॉनिक
मस्तिष्क का 18-20% भाग चिकनाई से बना है। इसकी कमी से पचासों रोग होते हैं। मस्तिष्क केवल 3.5 माइक्रोन से छोटी चिकनाई को ग्रहण कर पाता है। देशी गाय का बिलौने का घी 3.1 से 3.3 माइक्रोन का होता है, अन्य सभी चिकनाई 4.8 माइक्रोन से अधिक होती हैं। अर्थात् मस्तिष्क के लिए एक ही चिकनाई है – देशी गाय का घी। इसलिए जब तक भारतीय देशी गाय का घी खाते रहे, भारत विश्वगुरु बना रहा।
6. छठवाँ गुण : धैर्य
हाइपर होना आज का तेजी से बढ़ता रोग है। अपने स्थिरता के गुण के कारण देशी गाय का घी धैर्य प्रदान करता है।
7. सातवाँ गुण : धी, धृति, स्मृति वर्धक
देशी गाय का घी धी (बुद्धि / समझ), धृति (धारण करने की क्षमता, Retention Power), स्मृति (Memory) को बढ़ाता है।
8. आठवाँ गुण : घाव भरना
चोट, प्रसव या ऑपरेशन के कारण हुए घाव को देशी गाय का घी सबसे तेजी से भरता है।
9. नौवाँ गुण : Anti Ageing
आयुर्वेद ने देशी गाय के घी को रसायन कहा है अर्थात् घी शरीर पर बढ़ती उम्र का प्रभाव नहीं पड़ने देता।
10. दसवाँ गुण : स्वस्थ जीवन-स्वस्थ मृत्यु
आयुर्वेद देशी गाय के घी के लिए कहता है – आयुरेव घृतं - घी ही आयु (स्वस्थ जीवन) है। देशी गाय का घी खानेवाले स्वस्थ जीते हैं और पूरी आयु भोगकर स्वस्थ ही मरते हैं।
11. ग्यारहवाँ गुण : आध्यात्मिक उन्नति में सहायक
साधना के प्रारंभ में मन की चंचलता बाधा डालती है, देशी गाय का घी मन को स्थिरता प्रदान कर साधना में सहायक होता है। मन के स्थिर होने पर शरीर में ऊर्जा बढ़ने लगती है, जिससे शरीर जलने लगता है। देशी गाय का घी इस ऊर्जा को संचित कर जलन को तप में बदल देता है।
नोट :
* देशी गाय के घी से ये सब लाभ उठाना है तो इस वर्ष सर्दी में यानी गोवत्स द्वादशी (12 नवम्बर) से वसंत पंचमी (16 फरवरी) इन 3 महीनों में प्रतिदिन 100-125 ग्राम बिलौने का घी खाइए।
* घी को पचाने के लिए उस पर तुरंत तेज गर्म दूध, कढ़ी, दाल, सूप, काढ़ा, पानी आदि गर्म पेय लें।
सावधानी :
* घी पर सादा या ठंडा पानी जहर है और गर्म पानी अमृत। गर्म पानी में ठंडा पानी मिलाने पर वह जहर हो जाता है।
* ज्वर (बुखार), कफ (बलगम) और आँव (mucous) में घी-तेल न खायें।
देशी गाय का घी भारतीय आहार और आयुर्वेद में अत्यधिक महत्व रखता है। इसके फायदे, नुकसान, सेवन के तरीके और औषधीय उपयोग निम्नलिखित हैं:
देशी गाय का घी के फायदे
पाचन सुधारता है
- यह पेट की अग्नि को बढ़ाता है और भोजन को जल्दी पचाने में मदद करता है।
दिमाग और याददाश्त बढ़ाता है
- गाय का घी मस्तिष्क के लिए पौष्टिक है और मानसिक शक्ति को बढ़ाता है।
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है
- इम्यूनिटी को मजबूत करता है और संक्रमण से बचाने में मदद करता है।
त्वचा के लिए लाभकारी
- घी त्वचा को नमी प्रदान करता है और इसे चमकदार बनाता है।
दिल के लिए अच्छा
- इसमें अच्छे वसा (Omega-3 Fatty Acids) होते हैं, जो दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखते हैं।
वजन बढ़ाने और घटाने दोनों में सहायक
- उचित मात्रा में सेवन करने पर यह शरीर का मेटाबॉलिज़्म सुधारता है।
हड्डियों को मजबूत करता है
- इसमें मौजूद विटामिन K हड्डियों में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ावा देता है।
देशी गाय का घी के नुकसान
अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है
- अधिक मात्रा में घी का सेवन मोटापे और वसा से जुड़ी समस्याओं को बढ़ा सकता है।
कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है
- हृदय संबंधी समस्याओं के मरीजों को सीमित मात्रा में इसका सेवन करना चाहिए।
एलर्जी
- कुछ लोगों को घी से एलर्जी हो सकती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
देशी गाय का घी सेवन का तरीका
खाली पेट सेवन:
- सुबह खाली पेट 1 चम्मच घी और गर्म पानी पीने से पाचन और डिटॉक्सिफिकेशन में मदद मिलती है।
खाने के साथ:
- रोटी, चावल या खिचड़ी पर डालकर इसे खाएं।
दूध के साथ:
- रात को सोने से पहले 1 चम्मच घी गर्म दूध में मिलाकर पीने से नींद और पाचन में सुधार होता है।
देशी गाय का घी के औषधीय प्रयोग
खांसी और गले की समस्या:
- अदरक और तुलसी के साथ घी लेने से खांसी में राहत मिलती है।
घाव भरने में:
- चोट या जलने पर घी लगाना फायदेमंद होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए:
- नियमित रूप से 1 चम्मच घी में शंखपुष्पी मिलाकर लें।
सर्दी-जुकाम में:
- नाक में 1-2 बूंद घी डालने से बंद नाक और सिरदर्द में आराम मिलता है।
जोड़ों के दर्द में:
- गर्म घी से मालिश करने से जोड़ों का दर्द और सूजन कम होती है।
बालों के लिए:
- घी और नारियल तेल मिलाकर सिर पर लगाने से बाल मजबूत और चमकदार बनते हैं।
ध्यान रखने योग्य बातें
- हमेशा शुद्ध देशी गाय का घी ही उपयोग करें।
- इसे सीमित मात्रा में सेवन करें, खासकर अगर आपका वजन या कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है।
- आयुर्वेद के अनुसार, घी को पित्त और वात दोष को संतुलित करने के लिए उपयुक्त माना जाता है।
यदि किसी बीमारी के लिए इसका उपयोग करना हो, तो डॉक्टर या आयुर्वेद विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
🌺सही एवं शुद्ध घी और बटर ऑइल मे मुख्यतः क्या अंतर है ..🌺
🌸घी🌸
🌹दही को बिलोकर निकाले माखन को पका कर घी बनाया जाता है , ऐसा घी सुपाच्य होता है, औषधिय गुणो से भरपूर होता हैं, इस घी की प्रकृति ठंडी होती है, इस तरह से बना घी हर उम्र के लोग खा सकते हैं🌹
🌷बटर ऑइल🌷
🌺दूध की मलाई से निकाले गये बटर को पका कर घी बनाया जाता है... ज्यादातर घरो में महिलाएं इसी तरह से घी बना लेती है, बाजार से भी आपको ऐसा ही घी मिल जाता है... और इसे हम शुद्ध घी समझते हैं... सच में ये घी नही बटर ऑइल है... !!!🌸
🌻इस तरह से बना बटर ऑइल पचने में भारी होता है, इसमे कोई भी औषधिय गुण नहीं होते , इसलिये इसे बीमारी का घर माना जाता है, इसकी प्रकृति गर्म होती है, हर उम्र के लिए घातक है ये... !!!🌻
🌺आप जितनी जल्दी बटर ऑइल छोड़कर घी अपना लेंगे उतना जल्द आपका और आपके परिवार का भला होगा, और ये शुद्ध एवं असली घी आपको बाजार में ऐसे नहीं मिलेगा, इसके लिए आपको किसी गौभक्त का संपर्क करना पड़ेगा वो आपको बनाने की सही रीत भी सीखा देंगे और ऐसा घी उपलब्ध भी करवा देंगे🌺
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