#खजूर के स्वास्थ्य लाभ
खजूर के स्वास्थ्य लाभ
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🔸 खजूर मधुर, शीतल, पौष्टिक व सेवन करने के बाद तुरंत शक्ति-स्फूर्ति देनेवाला है । यह रक्त, मांस व वीर्य की वृद्धि करता है । हृदय व मस्तिष्क को शक्ति देता है । वात, पित्त व कफ इन तीनों दोषों का शामक है । यह मल व मूत्र को साफ लाता है । खजूर में कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन्स, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नेशियम, फॉस्फोरस, लौह आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं । ‘अमेरिकन कैंसर सोसायटी’ के अनुसार शरीर को एक दिन में 20-35 ग्राम डाएटरी फाइबर (खाद्य पदार्थों में स्थित रेशा) की जरूरत होती है, जो खजूर खाने से पूरी हो जाती है ।
🔸खजूर रातभर पानी में भिगोकर सुबह लेना लाभदायक है । कमजोर हृदयवालों के लिए यह विशेष उपयोगी है । खजूर यकृत (लीवर) के रोगों में लाभकारी है । रक्ताल्पता में इसका नियमित सेवन लाभकारी है । नींबू के रस में खजूर की चटनी बनाकर खाने से भोजन की अरुचि मिटती है । खजूर का सेवन बालों को लम्बे, घने और मुलायम बनाता है ।
🔷 औषधि-प्रयोग 🔷
🔸मस्तिष्क व हृदय की कमजोरी : रात को खजूर भिगोकर सुबह दूध या घी के साथ खाने से मस्तिष्क व हृदय की पेशियों को ताकत मिलती है । विशेषतः रक्त की कमी के कारण होनेवाली हृदय की धड़कन व एकाग्रता की कमी में यह प्रयोग लाभदायी है ।
🔸शुक्राल्पता : खजूर उत्तम वीर्यवर्धक है । गाय के घी अथवा बकरी के दूध के साथ लेने से शुक्राणुओं की वृद्धि होती है । इसके अतिरिक्त अधिक मासिक स्राव, क्षयरोग, खाँसी, भ्रम (चक्कर), कमर व हाथ-पैरों का दर्द एवं सुन्नता तथा थायरॉइड संबंधी रोगों में भी यह लाभदायी है ।
🔸 कब्जनाशक : खजूर में रेचक गुण भरपूर है । 8-10 खजूर 200 ग्राम पानी में भिगो दें, सुबह मसलकर इनका शरबत बना लें । फिर इसमें 300 ग्राम पानी और डालकर गुनगुना करके खाली पेट चाय की तरह पियें । कुछ देर बाद दस्त होगा । इससे आँतों को बल और शरीर को स्फूर्ति भी मिलेगी । उम्र के अनुसार खजूर की मात्रा कम-ज्यादा करें ।
🔸 नशा-निवारक : शराबी प्रायः नशे की झोंक में इतनी शराब पीते हैं कि उसका यकृत नष्ट होकर मृत्यु का कारण बन जाता है । इस स्थिति में ताजे पानी में खजूर को अच्छी तरह मसलते हुए शरबत बनायें । यह शरबत पीने से शराब का विषैला प्रभाव नष्ट होने लगता है ।
🔸आँतों की पुष्टि : खजूर आँतों के हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है, साथ ही खजूर के विशिष्ट तत्त्व ऐसे जीवाणुओं को जन्म देते हैं जो आँतों को विशेष शक्तिशाली तथा अधिक सक्रिय बनाते हैं ।
🔸हृदयरोगों में : लगभग 50 ग्राम गुठलीरहित छुहारे (खारक) 250 मि.ली. पानी में रात को भिगो दें । सुबह छुहारों को पीसकर पेस्ट बना के उसी बचे हुए पानी में घोल लें । इसे प्रातः खाली पेट पी जाने से कुछ ही माह में हृदय को पर्याप्त सबलता मिलती है । इसमें 1 ग्राम इलायची चूर्ण मिलाना विशेष लाभदायी है ।
🔸तन-मन की पुष्टि : दूध में खजूर उबाल के बच्चों को देने से उन्हें शारीरिक-मानसिक पोषण मिलता है व शरीर सुदृढ़ बनता है ।
🔸शैयामूत्र : जो बच्चे रात्रि में बिस्तर गीला करते हों, उन्हें दो छुहारे रात्रि में भिगोकर सुबह दूध में उबाल के दें ।
🔸बच्चों के दस्त में : बच्चों के दाँत निकलते समय उन्हें बार-बार हरे दस्त होते हों या पेचिश पड़ती हो तो खजूर के साथ शहद को अच्छी तरह फेंटकर एक-एक चम्मच दिन में 2-3 बार चटाने से लाभ होता है ।
🔷 सावधानी : आजकल खजूर को वृक्ष से अलग करने के बाद रासायनिक पदार्थों के द्वारा सुखाया जाता है । ये रसायन शरीर के लिए हानिकारक होते हैं । अतः उपयोग करने से पहले खजूर को अच्छी तरह से धो लें । धोकर सुखाने के बाद इन्हें विभिन्न प्रकार से उपयोग किया जा सकता है ।
🔶 मात्रा : 5 से 7 खजूर अच्छी तरह धोकर रात को भिगो के सुबह खायें । बच्चों के लिए 2-4 खजूर पर्याप्त है । दूध या घी में मिलाकर खाना विशेष लाभदायी है ।
जूर (Dates) पोषक तत्वों से भरपूर और स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह ऊर्जा बढ़ाने, रोगों से बचाने और शारीरिक कमजोरी दूर करने में सहायक है। आयुर्वेद और आधुनिक चिकित्सा दोनों में खजूर का सेवन स्वास्थ्य लाभ के लिए उपयोगी माना गया है।
खजूर खाने के फायदे
ऊर्जा का अच्छा स्रोत:
- खजूर में प्राकृतिक शर्करा (ग्लूकोज, फ्रक्टोज़, और सुक्रोज़) होती है, जो तुरंत ऊर्जा प्रदान करती है।
पाचन तंत्र को सुधारता है:
- इसमें फाइबर की प्रचुरता होती है, जो कब्ज और अन्य पाचन समस्याओं को दूर करता है।
हड्डियों और दांतों के लिए फायदेमंद:
- खजूर में कैल्शियम, फॉस्फोरस, और मैग्नीशियम होते हैं, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाते हैं।
खून की कमी (एनीमिया) में मददगार:
- खजूर आयरन से भरपूर होता है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने और एनीमिया दूर करने में सहायक है।
हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है:
- इसमें पोटैशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और दिल को स्वस्थ रखते हैं।
इम्यूनिटी को बढ़ाता है:
- खजूर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन C संक्रमण और बीमारियों से बचाव करते हैं।
मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार:
- खजूर का सेवन मस्तिष्क की गतिविधियों को तेज करता है और याददाश्त को मजबूत बनाता है।
वजन बढ़ाने में सहायक:
- यह कमजोर और पतले लोगों के लिए वजन बढ़ाने का प्राकृतिक और हेल्दी तरीका है।
गर्भावस्था और प्रसव में लाभकारी:
- खजूर का सेवन गर्भवती महिलाओं में प्रसव पीड़ा को कम करता है और ऊर्जा प्रदान करता है।
सेक्सुअल हेल्थ में सुधार:
- खजूर का सेवन कामेच्छा और प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
खजूर खाने के नुकसान
डायबिटीज के रोगियों के लिए सावधानी:
- खजूर में प्राकृतिक शर्करा अधिक होती है, जो ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है।
वजन बढ़ा सकता है:
- खजूर में कैलोरी अधिक होती है, जिससे अधिक मात्रा में सेवन वजन बढ़ा सकता है।
पेट की समस्याएं:
- अधिक खजूर खाने से गैस, पेट दर्द या दस्त हो सकता है।
एलर्जी की समस्या:
- कुछ लोगों को खजूर से एलर्जी हो सकती है, जिससे खुजली या सूजन हो सकती है।
ड्रग इंटरैक्शन:
- खजूर रक्त पतला करने वाली दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है।
खजूर खाने का सही तरीका
कच्चा खाएं:
- खजूर को सीधे खा सकते हैं। यह सबसे प्राकृतिक और प्रभावी तरीका है।
दूध के साथ:
- रात में 2-3 खजूर को दूध में उबालकर पीने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और नींद में सुधार होता है।
सूखे खजूर (छुहारा):
- सर्दियों में सूखे खजूर का सेवन शरीर को गर्म रखता है।
सलाद या मिठाई में:
- खजूर को सलाद, मिठाई या हलवे में मिलाकर खा सकते हैं।
खजूर और मेवे:
- खजूर को बादाम, काजू और अखरोट के साथ खाने से पोषण और स्वाद दोनों बढ़ता है।
रोगों में खजूर के लाभ
खून की कमी (एनीमिया):
- रोजाना खजूर खाने से आयरन की कमी दूर होती है।
कब्ज:
- रातभर पानी में भिगोकर खजूर खाने से कब्ज में राहत मिलती है।
हड्डियों की कमजोरी:
- खजूर में कैल्शियम और फॉस्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
दिल की बीमारियां:
- खजूर कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है और दिल को स्वस्थ रखता है।
थकान और कमजोरी:
- थकान होने पर 2-3 खजूर खाने से ऊर्जा मिलती है।
गर्भावस्था में:
- नियमित खजूर का सेवन प्रसव पीड़ा कम करने और शरीर को पोषण देने में मदद करता है।
☘️ *_सर्दियों में भी रहे फिट हुजूर, तो सेवन करे ऐसे स्वास्थ्यवर्धक खजूर : जानिए खजूर के गुण_*
*पोषक तत्वों से भरपूर खजूर...*
*आजमा कर देखें.!*
खजूर में 60 से 70℅ तक शर्करा होती है, जो गन्ने की चीनी की अपेक्षा बहुत पौष्टिक व गुणकारी वस्तु है।
खाने में तो खजूर बहुत स्वादिष्ट होती ही है, सेहत की दृष्टि से भी यह बहुत गुणकारी है।
इसके अलावा विभिन्न बीमारियों में भी खजूर का सेवन बहुत लाभ पहुंचाता है।
*खजूर के गुणों उपाय करेंगे भरपूर:*
खजूर मधुर, शीतल, पौष्टिक व सेवन करने के बाद तुरंत शक्ति-स्फूर्ति देनेवाला है | यह रक्त, मांस व वीर्य की वृद्धि करता है | ह्रदय व मस्तिष्क को शक्ति देता है | वात, पित्त व कफ इन तीनों दोषों का शामक है | यह मल व मूत्र को साफ लाता है | खजूर में कार्बोहाइड्रेटस, प्रोटीन्स, कैल्शियम, पोटैशियम, मैग्नेशियम, लौह आदि प्रचुर मात्रा में पाया जाता है | ' अमेरिकन कैंसर सोसाइटी ' के अनुसार शरीर को एक दिन में २०-३५ ग्राम डाएटरी फाइबर (खाद्य पदार्थों में स्थित रेशा) की जरुरत होती है, जो खजूर खाने से पूरी हो जाती है |
खजूर रात भर पानी में भिगोकर सुबह लेना लाभदायक है | खजूर रक्त को बढ़ाता है और यकृत (लीवर) के रोगों में लाभकारी है | रक्ताल्पता में इसका नियमित सेवन लाभकारी है | नींबू के रस में खजूर की चटनी बनाकर खाने से भोजन की अरुचि मिटती है | खजूर का सेवन बालों को लंबा, घना और मुलायम बनाता है |
*औषधि-प्रयोग*
*कब्जनाशक :*
खजूर में रेचक गुण भरपूर है | ८-१० खजूर २०० ग्राम पानी में भिगों दें,सुबह मसलकर इनका शरबत बना लें | फिर इसमें ३०० ग्राम पानी और डालकर गुनगुना गर्म करें | खाली पेट चाय की की तरह पी जायें | कुछ देर बाद दस्त होगा | इससे आँतों को बल और शरीर को स्फूर्ति भी मिलेगी | उम्र के अनुसार खजूर की मात्रा कम-ज्यादा करें |
*नशा निवारक :*
शराबी प्राय: नशे की झोंक में इतनी शराब पी जाता है की उसका यकृत नष्ट होकर मृत्यु का कारण बन सकता है | इस स्थिति में ताजे पानी में खजूर को अच्छी तरह मसलते हुए शरबत बनायें | यह शरबत पीने से शराब का विषैला प्रभाव नष्ट होने लगता है |
*आँतों की पुष्टि :*
खजूर आँतों के हनिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है, साथ ही खजूर के विशिष्ट तत्त्व ऐसे जीवाणुओं को जन्म देते हैं जो आँतों को विशेष शक्तिशाली तथा अधिक सक्रिय बनाते हैं |
*हृदय रोगों में :*
लगभग ५० ग्राम गुठली रहित छुहारे (खारक) २५० मी. ली. पानी में रात को भिगो दें | सुबह छुहारों को पीसकर पेस्ट बना के उसी बचे हुए पानी में घोल लें | इसे प्रात: खाली पेट पी जाने से कुछ ही माह में ह्रदय को पर्याप्त सबलता मिलती है | इसमें १ ग्राम इलायची चूर्ण मिलाना विशेष लाभदायी है |
*तन-मन की पुष्टि :*
बच्चों को दूध में खजूर उबाल के देने से उन्हें शारीरिक-मानसिक पोषण मिलता है व शरीर सुदृढ़ बनता है |
*शैयामूत्र :*
जो बच्चे रात्रि में बिस्तर गीला करते हों, उन्हें दो छुहारे रात्रि में भिगोकर सुबह दूध में उबाल के दें |
*बच्चों के दस्त में :*
बच्चों के दाँत निकलते समय उन्हें बार बार गारे दस्त होते हों या पेचिश पड़ती हो तो खजूर के साथ शहद को अच्छी तरह फेंटकर एक-एक चमच दिन में २-३ बार चटाने से लाभ होता है |
*मस्तिष्क व हृदय की कमजोरीः*
रात को खजूर भिगोकर सुबह दूध या घी के साथ खाने से मस्तिष्क व हृदय की पेशियों को ताकत मिलती है। विशेषतः रक्त की कमी के कारण होने वाली हृदय की धड़कन व एकाग्रता की कमी में यह प्रयोग लाभदायी है।
*मलावरोधः*
रात को भिगोकर सुबह दूध के साथ लेने से पेट साफ हो जाता है।
*कृशताः*
खजूर में शर्करा, वसा (फैट) व प्रोटीन्स विपुल मात्रा में पाये जाते हैं। इसके नियमित सेवन से मांस की वृद्धि होकर शरीर पुष्ट हो जाता है।
*रक्ताल्पताः*
खजूर रक्त को बढ़ाकर त्वचा में निखार लाता है।
*शुक्राल्पताहा*
खजूर उत्तम वीर्यवर्धक है। गाय के घी अथवा बकरी के दूध के साथ लेने से शुक्राणुओं की वृद्धि होती है। इसके अतिरिक्त अधिक मासिक स्राव, क्षयरोग, खाँसी, भ्रम(चक्कर), कमर व हाथ पैरों का दर्द एवं सुन्नता तथा थायराइड संबंधी रोगों में भी यह लाभदायी है।
*कमजोरी :*
खजूर 200 ग्राम,
चिलगोजा गिरी 60 ग्राम,
बादाम गिरी 60 ग्राम,
काले चनों का चूर्ण 240 ग्राम,
गाय का घी 500 ग्राम,
दूध दो लीटर और चीनी या गुड़ 500 ग्राम।
इन सबका पाक बनाकर 50 ग्राम प्रतिदिन गाय के दूध के साथ खाने से हर प्रकार की शारीरिक वं मानसिक कमजोरी दूर होती है।
*बिस्तर पर पेशाब :*
छुहारे खाने से पेशाब का रोग दूर होता है।
बुढ़ापे में पेशाब बार बार आता हो तो दिन में दो छुहारे खाने से लाभ होगा।
छुहारे वाला दूध भी लाभकारी है।
यदि बच्चा बिस्तर पर पेशाब करता हो तो उसे भी रात को छुहारे वाला दूध पिलाएं। यह मसानों को शक्ति पहुंचाते हैं।
*मासिक धर्म :*
छुहारे खाने से मासिक धर्म खुलकर आता है और कमर दर्द में भी लाभ होता है।
*दांतों का गलना :*
छुहारे खाकर गर्म दूध पीने से कैलशियम की कमी से होने वाले रोग, जैसे दांतों की कमजोरी, हड्डियों का गलना इत्यादि रूक जाते हैं।
*रक्तचाप :*
कम रक्तचाप वाले रोगी 3-4 खजूर गर्म पानी में धोकर गुठली निकाल दें।
इन्हें गाय के गर्म दूध के साथ उबाल लें।
उबले हुए दूध को सुबह-शाम पीएं।
कुछ ही दिनों में कम रक्तचाप से छुटकारा मिल जायेगी।
*कब्ज :*
सुबह-शाम तीन छुहारे खाकर बाद में गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होती है।
खजूर का अचार भोजन के साथ खाया जाए तो अजीर्ण रोग नहीं होता तथा मुंह का स्वाद भी ठीक रहता है।
खजूर का अचार बनाने की विधि थोड़ी कठिन है, इसलिए बना-बनाया अचार ही ले लेना चाहिए।
*मधुमेह :*
मधुनेह के रोगी जिनके लिए मिठाई, चीनी इत्यादि वर्जित है, सीमित मात्रा में खजूर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
खजूर में वह अवगुण नहीं है, जो गन्ने वाली चीनी में पाए जाते हैं।
*पुराने घाव :*
पुराने घावों के लिए खजूर की गुठली को जलाकर भस्म बना लें।
घावों पर इस भस्म को लगाने से घाव भर जाते हैं।
*आंखों के रोग :*
खजूर की गुठली का सुरमा आंखों में डालने से आंखों के रोग दूर होते हैं।
*खांसी :*
छुहारे को घी में भूनकर दिन में 2-3 बार सेवन करने से खांसी और बलगम में राहत मिलती है।
*जुएं :*
खजूर की गुठली को पानी में घिसकर सिर पर लगाने से सिर की जुएं मर जाती हैं।
*सावधानी*
- आजकल खजूर को वृक्ष से अलग करने के बाद रासायनिक पदार्थों के द्वारा सुखाया जाता है | ये रसायन शरीर के लिए हानिकारक होते है | अत: उपयोग करने से पहले खजूर को अच्छी तरह से धों लें | धोकर सुखाने के बाद इन्हें विभिन्न प्रकार से उपयोग किया जा सकता है |
- होली के बाद खजूर खाना हितकारी नहीं है।
*- Diabities वाले खजूर की जगह पर किशमिश का उपयोग करना |*
भारत माता की जय 🇮🇳
*सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः*
सावधानियां
- मध्यम मात्रा में खाएं, खासकर डायबिटीज और वजन बढ़ने की समस्या वाले लोग।
- बच्चों और बुजुर्गों को मुलायम खजूर दें।
- किसी भी नई स्वास्थ्य स्थिति के लिए डॉक्टर से परामर्श लें।
खजूर एक पौष्टिक और स्वादिष्ट फल है, जिसका नियमित सेवन स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है।
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