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शनिवार, 22 मई 2021

#उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) को करे अलविदा High #BP


 ☘️ उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) 

को करे अलविदा अपनाकर ये घरेलू दवा

#उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)

#उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure)


वर्तमान दौड़ती भागती जिंदगी में बीमारियां आम हो गई है । दैनिक क्रियाकलापो की अनियमितता, केमिकल का अत्यधिक प्रयोग और अनावश्यक तनाव उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियों को जन्म दे रहे है।

 उच्च रक्तचाप रोग जीवन शैली और खान-पान की आदतों से जुडा होने के कारण केवल दवाओं से इस रोग को समूल नष्ट करना संभव नहीं है। जीवन चर्या एवं खान-पान में अपेक्षित बदलाव कर इस रोग को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है।

उच्च रक्तचाप के लक्षण
रक्त चाप बढने से तेज सिर दर्द, थकावट, टांगों में दर्द, उल्टी होने की शिकायत और चिडचिडापन होने के लक्षण मालूम पडते हैं।

उच्च रक्तचाप में क्या होता है
उच्च रक्तचाप में रक्त का गाढा हो जाता है। रक्त गाढा होने से उसका प्रवाह धीमा हो जाता है। इससे धमनियों और शिराओं में दवाब बढ जाता है

हाई ब्लड प्रेशर के मुख्य कारण:-
१) मोटापा
२) तनाव(टेंशन)
३) महिलाओं में हार्मोन परिवर्तन
४) ज्यादा नमक उपयोग करना

महत्वपूर्ण सलाह
- सफेद नमक का प्रयोग बिल्कुल बंद कर देना चाहिये। नमक ब्लड प्रेशर बढाने वाला प्रमुख कारक है।सेंधा नमक काम में ले और नमक दिन भर में 2 ग्राम से ज्यादा न लें।

-नंगे पैर हरी घास(जिस पर औंस पड़ी हो) पर 15-20 मिनिट चलें। रोजाना चलने से ब्लड प्रेशर नार्मल हो जाता है। कुछ और भी आशातीत लाभ शरीर मे होते है।


उपाय जो घर में किए जा सकते है

1) लहसुन ब्लड प्रेशर ठीक करने में बहुत मददगार घरेलू वस्तु है।यह रक्त का थक्का नहीं जमने देती है। धमनी की कठोरता में लाभदायक है। रक्त में ज्यादा कोलेस्ट्ररोल होने की स्थिति का समाधान करती है।

2)एक बडा चम्मच आंवला का रस और इतना ही शहद मिलाकर सुबह -शाम लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है।

3) जब ब्लड प्रेशर बढा हुआ हो तो आधा गिलास मामूली गरम पानी में काली मिर्च पाउडर एक चम्मच घोलकर 2-2 घंटे के फ़ासले से पीते रहें। ब्लड प्रेशर सही मुकाम पर लाने का बढिया उपचार है।

4) तरबूज का मगज और पोस्त दाना दोनों बराबर मात्रा में लेकर पीसकर मिला लें। एक चम्मच सुबह-शाम खाली पेट पानी से लें। हफ़्ते तक या जरूरत मुताबिक लेते रहें।

5) बढे हुए ब्लड प्रेशर को जल्दी कंट्रोल करने के लिये आधा गिलास पानी में आधा निंबू निचोडकर 2-2 घंटे के अंतर से पीते रहें। हितकारी उपचार है।

6) तुलसी की 10 पती और नीम की 5 पत्ती पानी के साथ खाली पेट 7 दिवस तक लें।(मधुमेह रोगियों के लिए भी लाभकारी है।)

7) पपीता आधा किलो रोज सुबह खाली पेट खावें। बाद में 2 घंटे तक कुछ न खावें। ये पेट को सही रखने का सबसे बेहतरीन प्रयोग हैं। एक माह तक प्रयोग से बहुत लाभ होगा।

8) उबले हुए आलू खाना रक्त चाप घटाने का श्रेष्ठ उपाय है।आलू में सोडियम(नमक) नही होता है।

9) पालक और गाजर का रस मिलाकर एक गिलास रस सुबह पीयें।

10)  करेला और सहजन की फ़ली उच्च रक्त चाप-रोगी के लिये परम हितकारी हैं।अन्य सब्जियों के रस भी लाभदायक होते हैं।

11) अण्डा और मांस ब्लड प्रेशर बढाने वाली चीजें हैं। ब्लड प्रेशर रोगी के लिये वर्जित हैं।

12) मिठाई और चाकलेट का सेवन बंद कर दें।

13) चावल:-(भूरा) उपयोग में लावें। इसमें नमक , कोलेस्टरोल और चर्बी नाम मात्र की होती है। यह उच्च रक्त चाप रोगी के लिये बहुत ही लाभदायक भोजन है। इसमें पाये जाने वाले केल्शियम से नाडी मंडल की भी सुरक्षा हो जाती है।

14) अदरक:- प्याज और लहसून की तरह अदरक भी काफी फायदेमंद होता है। बुरा कोलेस्ट्रोल धमनियों की दीवारों पर प्लेक यानी कि कैलसियम युक्त मैल पैदा करता है जिससे रक्त के प्रवाह में अवरोध खड़ा हो जाता है और नतीजा उच्च रक्तचाप के रूप में सामने आता है। अदरक में बहुत हीं ताकतवर एंटीओक्सीडेट्स होते हैं जो कि बुरे कोलेस्ट्रोल को नीचे लाने में काफी असरदार होते हैं। अदरक से आपके रक्तसंचार में भी सुधार होता है, धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है जिससे कि उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है।

उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर), जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, आजकल एक आम समस्या है। यह हृदय, किडनी, और अन्य अंगों पर दबाव डालता है और गंभीर समस्याओं जैसे स्ट्रोक और दिल के दौरे का कारण बन सकता है। इसे नियंत्रित करने के लिए प्राकृतिक, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपाय प्रभावी हो सकते हैं।


उच्च रक्तचाप के कारण

  1. आहार संबंधी कारण:

    • अधिक नमक का सेवन।
    • वसायुक्त और जंक फूड।
  2. जीवनशैली:

    • शारीरिक गतिविधि की कमी।
    • धूम्रपान और शराब का सेवन।
  3. मानसिक कारण:

    • लंबे समय तक तनाव और चिंता।
    • नींद की कमी।
  4. स्वास्थ्य स्थितियाँ:

    • मोटापा।
    • डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल का असंतुलन।

आयुर्वेदिक उपाय

  1. आयुर्वेदिक दवाएं और टॉनिक:

    • अर्जुन की छाल:
      • अर्जुन की छाल का काढ़ा रक्तचाप नियंत्रित करता है।
    • त्रिफला चूर्ण:
      • पाचन में सुधार कर रक्तचाप कम करता है।
    • ब्राह्मी और शंखपुष्पी:
      • तनाव कम कर मानसिक शांति प्रदान करती हैं।
    • लहसुन का उपयोग:
      • कच्चे लहसुन की 1-2 कलियां रक्तचाप को नियंत्रित करती हैं।
  2. आहार और पेय:

    • आंवला: रोजाना आंवले का रस लें।
    • मेथी के दाने: मेथी को रातभर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाएं।
    • नींबू पानी: शरीर को डिटॉक्स करता है और ब्लड प्रेशर कम करता है।
  3. तेल का उपयोग:

    • तिल का तेल: भोजन में इस्तेमाल करें।
    • नारियल तेल: हल्के मसाज के लिए।
    • जटामांसी तेल: तनाव और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।

होम्योपैथिक उपाय और टॉनिक

  1. होम्योपैथिक दवाएं:

    • Rauwolfia Serpentina: उच्च रक्तचाप के लिए प्रमुख दवा।
    • Belladonna: तेज़ धड़कन और सिरदर्द के साथ उच्च रक्तचाप के लिए।
    • Glonoinum: गर्मी और बेचैनी के कारण बढ़े हुए रक्तचाप के लिए।
    • Nux Vomica: तनाव और अनियमित दिनचर्या से उत्पन्न रक्तचाप के लिए।
    • Crataegus: दिल की कार्यक्षमता को सुधारने और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए।
  2. होम्योपैथिक टॉनिक:

    • BP Norm Drops: रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक।
    • Stresscom Syrup: तनाव कम करके रक्तचाप नियंत्रित करता है।

जीवनशैली में बदलाव

  1. योग और प्राणायाम:

    • अनुलोम-विलोम प्राणायाम: रक्त प्रवाह को संतुलित करता है।
    • शवासन: तनाव और मानसिक दबाव को कम करता है।
    • भस्त्रिका प्राणायाम: फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है।
  2. व्यायाम:

    • हर दिन 30 मिनट की सैर करें।
    • हल्के योगासन करें जैसे ताड़ासन, वज्रासन, और बालासन।
  3. आहार:

    • फाइबर युक्त भोजन जैसे सब्जियां, फल, और साबुत अनाज।
    • नमक और वसायुक्त भोजन कम करें।
    • पानी और हर्बल टी का सेवन बढ़ाएं।
  4. तनाव प्रबंधन:

    • ध्यान (मेडिटेशन) करें।
    • सकारात्मक सोच अपनाएं।

सावधानियां

  • नियमित रूप से रक्तचाप की जांच कराएं।
  • डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का उपयोग न करें।
  • शराब, सिगरेट, और कैफीन से बचें।
  • सही मुद्रा में बैठें और लंबे समय तक एक स्थिति में न रहें।

इन उपायों और सुझावों का पालन करने से उच्च रक्तचाप को प्रभावी ढंग से नियंत्रित किया जा सकता है। नियमितता और संयम से आपके स्वास्थ्य में सुधार होगा।


वंदे मातरम 🇮🇳
सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयाः

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