#मुंह की लार – सेहत का भंडार!*
*मुंह की लार के फायदे*
मुंह की लार के विषय में आज हम जो बताने जा रहे हैं, उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि मुंह की लार आपके जीवन को संवारने में कितना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है.¿
*मुंह की लार के फायदे*
राजीव भाई ने इस पर बहुत प्रयोग किये थे, रात्रि को अच्छी तरह कुल्ला करके सोये व सुबह अपने मुंह की बासी लार का प्रयोग करे।
जो हम आपको बताने जा रहे हैं, जिसे अपना कर आप कई बीमारियों को खुद से दूर रख सकते हैं.
1 दिन की शुरुआत पानी से करें
सुबह उठते ही सबसे पहले उम्र के हिसाब से अगर छोटे बच्चे हैं तो एक क्लास बड़े हैं तो दो से तीन ग्लास पानी पी लें. याद रखें सुबह का पानी कुल्ला करने से भी पहले पीना चाहिए. और साथ हीं यह भी याद रखें की पानी कभी भी घूट – घूट कर धीरे-धीरे और बैठकर हीं पीना चाहिए.
2 सुबह का लार है अनमोल
कहते हैं सुबह का लार पेट के लिए बेहद लाभदायक होता है. जब आप पानी पीते हैं तो रात भर मुंह में जमा लार पानी के साथ आपके पेट के अंदर जाता है. जो पेट के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है. अगर आपका पेट अच्छा रहेगा तो और सब भी अच्छा, इसलिए सुबह की लार बेहद कीमती है. इसे यूं ही बर्बाद ना करें.
3 किडनी का दोस्त
सुबह की लार ही नहीं पूरे दिवस व जीवन पर्यंत जब हम पानी को मुँह में घुमा घूमा कर पीते हैं जिसके कारण पानी में लार घुल कर पेट में जाता है और पेट से अन्य उपांगों में उन सभी उपांगों को स्वस्थ रहने में मदद करता है अमेरिका के डॉक्टर ने 12 वर्ष शोध करने के बाद इस निष्कर्ष पर पहुँचे की घुट घुट पानी पीने वाले किडनी रोगी का डायलसिस की प्रक्रिया में कमी आती है और अंत में किडनी पूणतः स्वस्थ हो जाती है।
4 चश्मा उतारने में मददगार
सुबह की लार काजल की तरह आंखों में लगाने से, आंखों की रोशनी बढ़ती है. और चश्मा तक उतर जाता है.
5 आंख आना (कंजक्टिवाइटिस)
इसमें आंखें लाल हो जाती है. आंखों में काफी दर्द होता है. जलन के साथ खुजलाहट भी रहता है. आंखों से पानी आता रहता है. और आंखों में कीचड़ भी जमा होता रहता है. अगर सुबह की लार आप अपनी आंखों में लगाएंगे तो कहते हैं 24 घंटे के भीतर आंख ठीक हो जाता है.
6. नयन के सभी रोग
जो इंसान सुबह की बासी लार काजल की तरहः आंखों में लगता है उसे जीवन भर नयन के कोई रोग नही होता है संक्षेप में कंहुँ तो लगभग आँखों के 22- 23 रोग इसके नियमित सेवन से नस्ट होता है
7 जलने के दाग
यहां तक की सुबह – सुबह की लार जले हुए दाग पर रोज़ लगाने से 6 – 8 महीने में दाग मिटने लगते हैं.
8 सभी चर्म रोग
सुबह की लार से नियमित मालिश से सभी चर्म रोग नष्ट होते हैं
9 सभी प्रकार के जख्म
सुबह की बासी लार को मलहम की तरहः नियमित उपयोग कर सभी प्रकार के जख्म को भरा जा सकता है अनमोल औषधि है(यँहा तक मधुमेह रोगी के जख्म को भी जल्द से जल्द भरती है)
10. बालो की समस्या (झड़ना व सफेद व गंजापन)
सुबह की बासी लार की नियमित मालिश से बालो की समस्या नष्ट होती है
11. चेहरे की समस्या
त्वचा के सभी रोग इसके नियमित मालिस से नष्ट होता है कील मुँहासे रूखापन दाग धब्बे
ये है मुंह की लार के फायदे इतना ही नहीं मुंह की लार और भी बहुत सारी बीमारियां, जैसे एक्जिमा, सोरायसिस, और भेंगापन जैसी बीमारियों मे भी काफी फायदेमंद साबित होता है. तो क्यों ना आज से हीं हम अपना यह रूटीन बना लें, कि सुबह उठते हीं सबसे पहले भरपूर मात्रा में पानी पीएं, और बीमारियों को अलविदा कहें
कैंसर रोगी या अन्य रोग के कारण जब उनके लार बनने की प्रक्रिया बन्द हो जाती है तो यही लार 10ml लगभग 10 से 15 हजार में मिलती है वो भी किसी और का जुठा
जब आपके लार बनने की क्षमता कम हो जाए तो उसकी अचूक औषधि है अपनी रसोई में हर कड़वी व कसैली जैसे मेथी,आवला,त्रिफला,व सभी प्रकृति के द्वारा प्रदान किये गए दातुन व उनके पत्ते जैसे निम करंज बबूल महुआ जामुन कदम्ब आम अमरूद बेल पीपल अपामार्ग बांस इत्यादि
जो इंसान अप्राकृतिक मंजन (आर्थत पेस्ट केमिकल युक्त) का, नशीली वस्तुयों का, सेवन करते है या किसी रोग के उपचार में उपयोग एलोपैथी दवा का दुष्प्रभाव उनकी लार बनने की क्षमता कम होती है। ♈🙏🏻
मुंह की लार (सिबिला) का सेवन करने के फायदे और नुकसान दोनों हो सकते हैं। इसके सेवन की प्रक्रिया और इसके कुछ रोगों में लाभ व हानि की जानकारी निम्नलिखित है:
फायदे:
- प्राकृतिक एंटीबायोटिक: लार में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह के कीटाणुओं को मारने में मदद कर सकते हैं।
- पाचन में सहायक: लार में एन्जाइम्स होते हैं जो भोजन को पचाने में मदद करते हैं और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाते हैं।
- मूत्र मार्ग में लाभ: लार शरीर में हाइड्रेशन बनाए रखने में मदद करती है, जिससे मूत्र मार्ग से संबंधित समस्याएं कम हो सकती हैं।
- मुँह के रोगों में मदद: लार में मौजूद एंटीसेप्टिक गुण मसूड़ों और दांतों के रोगों से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं।
नुकसान:
- संक्रमण का खतरा: यदि किसी के मुंह में संक्रमण हो, तो लार से वह संक्रमण दूसरों को भी फैल सकता है।
- पाचन संबंधी समस्याएं: अत्यधिक लार का सेवन करने से पाचन तंत्र पर अधिक दबाव पड़ सकता है, जिससे गैस, एसिडिटी या अपच की समस्याएं हो सकती हैं।
- मुँह की बदबू: अधिक लार के सेवन से मुंह में बैक्टीरिया की संख्या बढ़ सकती है, जिससे बदबू हो सकती है।
- स्वास्थ्य जोखिम: यदि किसी को मुंह के संक्रमण या बीमारी है, तो लार का सेवन स्थिति को और बिगाड़ सकता है।
सेवन का तरीका:
- मितव्ययी सेवन: यदि किसी को स्वच्छ और स्वस्थ लार का सेवन करना है, तो इसे आदतन नहीं करना चाहिए। हानिकारक बैक्टीरिया के खतरे से बचने के लिए हाइजीन का ध्यान रखना आवश्यक है।
- स्वच्छता का ध्यान रखना: लार का सेवन करने से पहले और बाद में अपने हाथों की साफ-सफाई और मुँह की सफाई का ध्यान रखना चाहिए।
- समस्या हो तो डॉक्टर से परामर्श: अगर लार खाने से स्वास्थ्य में कोई समस्या हो रही है, तो उचित मार्गदर्शन के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
इसलिए लार का सेवन फायदेमंद हो सकता है यदि सही तरीके से और स्वच्छता का पालन करते हुए किया जाए।
