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शनिवार, 21 दिसंबर 2024

#शतावरी के औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ

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#शतावरी के औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ
#शतावरी के औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ

 

आजकल के भागदौड़-भरी जिंदगी में शरीर को चुस्त-दुरुस्त रखना एक चैलेंज है। क्योंकि रोजाना के खाने से हमारे शरीर को वो सारे पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं जिनकी जरूरत होती है। ऐसे में आयुर्वेद विज्ञान में कई ऐसी जड़ी-बूटियां मौजूद है जो इस कमी को पूरा कर सकती है।

1.आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार शरीर को ताकतवर बनाने के लिए शतावरी सबसे ज्यादा उपयोगी जड़ी-बूटी है। इसमें मौजूद पोषक तत्व शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे कार्य क्षमता भी बढ़ती है।

2.शतावरी शरीर में विटामिन्स की कमी को पूरा करता है। इसे रोजाना दूध में घोलकर मिश्री के साथ मिलाकर पीने से ताकत आती है। इसके नियमित सेवन से थकान और कमजोरी भी दूर होती है।

3.शतावरी का सेवन प्रेगनेंट महिलाओं के लिए भी फायदेमंद है। क्योंकि इसमें मौजू फोलेट विटामिन B12 और विटामिन C नए प्रोटीन बनाने में मदद करता है। साथ ही फोलेट हीमोग्‍लाबिन और डीएनए का आंशिक रूप से उत्‍पादन करता है।

4.शतावरी में फैट और कैलोरी बहुत ही कम मात्रा में होते है, साथ ही इसमें बहुत से अघुलनशील और घुलनशील फाइबर इसलिए ये वजन कम करने में मददगार साबित होता हैं

5.यह कब्ज को दूर करने में भी लाभकारी होता है। ये बैड कोलेस्‍ट्रोल को भी कम करता है। इससे दिल सही काम करता है।

6.शतावरी में एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में होते है। इसमें एंथोकाइनिन की मात्रा काफी होती है। ये हमारे शरीर को संक्रमणों से लड़ने की शक्ति देते है।

7.शतावरी में एंटीऑक्सिडेंट ग्‍लूटाथियोन नामक तत्व होता है। जो बुढ़ापे के असर को रोकते हैं। इसमें मौजूद फोलेट और विटामिन B12 बुढ़ापे से बचाने का काम करते हैं।

8.शतावरी हमारे शरीर से अतिरिक्त नमक और हानिकारक तरल पदार्थ को मूत्र के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है। ये एडीमा और हाई ब्‍लड प्रेशर से पीडित लोगों के लिए लाभकारी होता है।

9.शतावरी में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर में अच्‍छे बैक्टीरिया लैक्‍टोबैसिलि का पोषण बनते हैं। इससे पेट संबंधित समस्याएं नहीं होती है।

10.शतावारी के सेवन से अतिरिक्त भूख नियंत्रित होती है। इससे व्यक्ति का मूड भी अच्छा रहता है।

   

शतावरी के औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ:

फायदे:

  1. हॉर्मोनल बैलेंस को सुधारता है:

    • शतावरी महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में मदद करती है, खासकर पीरियड्स के दौरान हॉर्मोनल उतार-चढ़ाव को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
    • यह बांझपन, पीसीओएस (PCOS) और हार्मोनल गड़बड़ी से जुड़ी समस्याओं में लाभकारी होती है।
  2. इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है:

    • शतावरी एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होती है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है और फ्री रेडिकल्स के कारण होने वाले नुकसान से शरीर की रक्षा करती है।
  3. पाचन तंत्र को सुधारती है:

    • शतावरी में फाइबर और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो पाचन तंत्र को सही रखने में मदद करते हैं और कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक होती है।
  4. मूत्र मार्ग की स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद:

    • शतावरी मूत्र मार्ग की जलन और सूजन को कम करने में मदद करती है। यह किडनी की सेहत को भी सुधारती है।
  5. मनोबल को बढ़ाने में मददगार:

    • शतावरी तनाव, चिंता और थकावट को दूर करने में सहायक होती है, जिससे मनोबल और ऊर्जा स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है।

नुकसान:

  1. हाइपरसेंसिटिविटी या एलर्जी:

    • कुछ लोगों को शतावरी से एलर्जी हो सकती है, जैसे त्वचा पर रैशेज या खुजली। इसका सेवन सावधानी से करें।
  2. गैस्ट्रिक समस्याएं:

    • अत्यधिक मात्रा में सेवन करने से पेट दर्द, गैस, या अपच की समस्या हो सकती है, खासकर जिनका पाचन तंत्र कमजोर हो।
  3. प्रेग्नेंसी में सावधानी:

    • गर्भवती महिलाओं को शतावरी का सेवन चिकित्सक की सलाह से करना चाहिए, क्योंकि यह हार्मोनल प्रभाव डाल सकती है और गर्भवती महिलाओं में असामान्य गर्भधारण कर सकती है।
  4. हाइपरग्लाइसेमिया (ब्लड शुगर लेवल में वृद्धि):

    • डायबिटिक मरीजों को शतावरी का सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए क्योंकि यह ब्लड शुगर को बढ़ा सकती है।

सेवन का तरीका:

  1. दूध के साथ सेवन:
    • शतावरी पाउडर को दूध में मिलाकर रात को सेवन करें, जो हार्मोनल असंतुलन और थकावट को दूर करने में सहायक होता है।
  2. काढ़ा या हर्बल चाय:
    • शतावरी की जड़ों को पानी में उबालकर काढ़ा बनाएं और दिन में सेवन करें।
  3. टेबलेट या पाउडर:
    • शतावरी के पाउडर या कैप्सूल के रूप में भी बाजार में उपलब्ध है, जो प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा के लिए उपयोग में आते हैं।

रोगों में लाभ:

  1. हार्मोनल असंतुलन:
    • पीरियड्स, पीसीओएस, बांझपन और हार्मोनल गड़बड़ी में शतावरी के सेवन से लाभ मिलता है।
  2. मूत्र मार्ग की समस्याएं:
    • मूत्र संक्रमण, जलन, और सूजन को कम करने में मददगार।
  3. पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है:
    • कब्ज, अपच और पेट दर्द में राहत प्रदान करता है।
  4. तनाव और मानसिक थकावट:
    • शतावरी का सेवन मानसिक तनाव और थकावट को दूर करने में मदद करता है, जिससे ऊर्जा स्तर और मनोबल बढ़ता है।

शतावरी के सही और नियंत्रित सेवन से शरीर में ऊर्जा, हार्मोनल संतुलन और पाचन तंत्र की समस्याएं दूर होती हैं, लेकिन इसे ज़्यादा मात्रा में लेने से बचना चाहिए, खासकर गर्भवती महिलाओं और डायबिटिक मरीजों के लिए।

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