#चना (#Gram) के औषधीय गुण* लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
#चना (#Gram) के औषधीय गुण* लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

शनिवार, 21 दिसंबर 2024

#चना (#Gram) के औषधीय गुण*

*चना के औषधीय गुण*
गरीबों का काजू बादाम , चना खाएं सेहत बनाए
 
 
#चना  (#Gram) के औषधीय गुण*
#चना  (#Gram) के औषधीय गुण*

चना (Gram) के औषधीय गुण और स्वास्थ्य लाभ:

फायदे:

  1. पाचन सुधारता है: चने में फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और कब्ज की समस्या से राहत देता है।
  2. प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत: चने में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों के विकास, ऊर्जा उत्पादन और टिशू रिपेयर के लिए फायदेमंद होता है।
  3. हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: चने में पोटेशियम, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं और हृदय रोगों के जोखिम को कम कर सकते हैं।
  4. वजन घटाने में सहायक: चने में फाइबर और प्रोटीन की अधिकता होती है, जो लंबे समय तक भूख को शांत रखता है और वजन घटाने में मदद करता है।
  5. एनीमिया से बचाव: चने में आयरन, फोलिक एसिड, और विटामिन B-12 होते हैं, जो एनीमिया के उपचार में सहायक हो सकते हैं।
  6. मूत्र मार्ग स्वास्थ्य: चने में पोटेशियम होता है, जो मूत्र मार्ग के स्वास्थ्य में मदद करता है और किडनी स्टोन के जोखिम को कम कर सकता है।
  7. त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद: चने में विटामिन B, प्रोटीन और फोलिक एसिड होते हैं, जो बालों को स्वस्थ और चमकदार बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

नुकसान:

  1. अतिसेवन से गैस व अपच: अधिक मात्रा में चने खाने से पेट में गैस, bloating और अपच की समस्या हो सकती है।
  2. किडनी पर दबाव: जिन लोगों को किडनी की समस्याएं हैं, उन्हें चने सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए, क्योंकि यह पोटेशियम और फॉस्फोरस में अधिक होते हैं।
  3. पाचन तंत्र पर भार: अधिक मात्रा में चने का सेवन पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है और लैक्टीक एसिड के बढ़ने से मांसपेशियों में दर्द हो सकता है।
  4. एलर्जी की संभावना: कुछ लोगों को चने से एलर्जी हो सकती है, जिससे त्वचा पर रैशेज, खुजली या गॅस्ट्रिक समस्याएं हो सकती हैं।

सेवन का तरीका:

  1. पकी हुई या अंकुरित: चने को उबालकर, भिगोकर या अंकुरित करके खाएं, जिससे पाचन में आसानी हो।
  2. सलाद, सूप या स्टफिंग में डालें: चने का उपयोग सलाद, सूप, दलिया, या सूखे मेवों में मिलाकर करें।
  3. बेसन के रूप में: चने का आटा (बेसन) नाश्ता, पकौड़े, या अन्य व्यंजनों में उपयोग करें।

रोगों में लाभ:

  1. हृदय रोग: चने में मौजूद फाइबर, प्रोटीन, और एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखते हैं।
  2. पाचन समस्याएं: फाइबर की अधिकता के कारण पाचन को सुधारने में मदद मिलती है, जिससे कब्ज और अपच की समस्या दूर होती है।
  3. एनीमिया: आयरन और फोलिक एसिड के कारण एनीमिया के उपचार में चने फायदेमंद हो सकते हैं।
  4. वजन घटाने में सहायक: फाइबर की मौजूदगी भूख को नियंत्रित करती है और वजन घटाने में मदद करती है।

संतुलित मात्रा में चने का सेवन करने से शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं, लेकिन अत्यधिक सेवन से कुछ नुकसान भी हो सकते हैं, खासकर जिन लोगों को किडनी या पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं हो।

आयुर्वेद में चने की दाल और चने को शरीर के लिए स्वास्थवर्धक बताया गया है। चने के सेवने से कई रोग ठीक हो जाते हैं। क्योंकि इसमें प्रोटीन, नमी, कार्बोहाइड्रेट, आयरन, कैल्शियम और विटामिन्स पाये जाते हैं। स्वास्थ्य के लिए भी यह दूसरी दालों से पौष्टिक आहार है। चना शरीर को बीमारियों से लड़ने में सक्षम बनाता है। साथ ही यह दिमाग को तेज और चेहरे को सुंदर बनाता है। चने के सबसे अधिक फायदे इन्हे अंकुरित करके खाने से होते है।

*1- सुबह खाली पेट चने से मिलते है कई फायदे :*

शरीर को सबसे ज्यादा पोषण काले चनों से मिलता है। काले चने अंकुरित होने चाहिए। क्योंकि इन अंकुरित चनों में सारे विटामिन्स और क्लोरोफिल के साथ फास्फोरस आदि मिनरल्स होते हैं जिन्हें खाने से शरीर को कोई बीमारी नहीं लगती है। काले चनों को रातभर भिगोकर रख लें और हर दिन सुबह दो मुट्ठी खाएं। कुछ ही दिनों में र्फक दिखने लगेगा।

*2- भीगे चने से लाभ :*
रातभर भिगे हुए चनों से पानी को अलग कर उसमें अदरक, जीरा और नमक को मिक्स कर खाने से कब्ज और पेट दर्द से राहत मिलती है।

*3- अंकुरित चना :*
शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए अंकुरित चनों में नींबू, अदरक के टुकड़े, हल्का नमक और काली मिर्च डालकर सुबह नाश्ते में खाएं। आपको पूरे दिन की एनर्जी मिलेगी।

*4- चने का सत्तू :*
चने का सत्तू भी स्वास्थ्य के लिए अत्यन्त लाभकारी औषघि है। शरीर की क्षमता और शक्ति को बढ़ाने के लिए गर्मीयों में आप चने के सत्तू में नींबू और नमक मिलकार पी सकते हैं। यह भूख को भी शांत रखता है।

*5.पथरी की समस्या में चना :* 
पथरी की समस्या अब आम हो गई है। दूषित पानी और दूषित खाना खाने से पथरी की समस्या बढ़ रही है। गाल ब्लैडर और किड़नी में पथरी की समस्या सबसे अधिक हो रही है। एैसे में रातभर भिगोए चनों में थोड़ा शहद मिलाकर रोज सेवन करें। नियमित इन चनों का सेवन करने से पथरी आसानी से निकल जाती है। इसके अलावा आप आटे और चने का सत्तू को मिलाकर बनी रोटियां भी खा सकते हो।

*6.शरीर की गंदगी साफ करना :*
 काला चना शरीर के अंदर की गंदगी को अच्छे से साफ करता है। जिससे डायबिटीज, एनीमिया आदि की परेशानियां दूर होती हैं। और 👍 बुखार आदि में भी लाभ देता है।

*7. डायबिटीज के रोगियों के लिए :*
 चना ताकतवर होता है। यह शरीर में ज्यादा मात्रा में ग्लूकोज को कम करता है जिससे डायबिटीज के मरीजों को फायदा मिलता है। इसलिए अंकुरित चनों को सेवन डायबिटीज के रोगियों को सुबह-सुबह करना चाहिए

*8. मूत्र संबंधी रोग :*
 मूत्र से संबंधित किसी भी रोग में भुने हुए चनों का सवेन करना चाहिए। इससे बार-बार मूत्र आने की दिक्कत दूर होती है। भुने हुए चनों में गुड मिलाकर खाने से यूरीन की किसी भी तरह समस्या में राहत मिलती है।

*9. पौरुष शक्ति के लिये :* 
अधिक काम और तनाव की वजह से पुरूषों में कमजोरी होने लगती है। एैसे में अंकुरित चना किसी वरदान से कम नहीं है। पुरूषों को अंकुरित चनों को चबा-चबाकर खाने से कई फायदे मिलते हैं। इससे पुरूषों की कमजोरी दूर होती है। भीगे हुए चनों के पानी के साथ शहद मिलाकर पीने से पौरूषत्व बढ़ता है। और नपुंसकता दूर होती है।

*10. पीलिया के रोग में :*
 पीलिया की बीमारी में चने की 100 ग्राम दाल में दो गिलास पानी डालकर अच्छे से चनों को कुछ घंटों के लिए भिगो लें और दाल से पानी को अलग कर लें अब उस दाल में 100 ग्राम गुड़ मिलाकर 4 से 5 दिन तक रोगी को देते रहें। पीलिया से लाभ जरूरी मिलेगा। पीलिया रोग में रोगी को चने की दाल का सेवन करना चाहिए।

*11. कुष्ठ रोग में चना :*
 कुष्ठ रोग से ग्रसित इंसान यदि तीन साल तक अंकुरित चने खाएं। तो वह पूरी तरह से ठीक हो सकता है।

*12. गर्भावस्था :*
गर्भवती महिला को यदि मितली या उल्टी की समस्या बार-बार होती हो। तो उसे चने का सत्तू पिलाना चाहिए। 

*13. अस्थमा रोग में :* अस्थमा से पीडि़त इंसान को चने के आटे का हलवा खाना चाहिए। इस उपाय से अस्थमा रोग ठीक होता है।

*14. त्वचा की समस्या में :* 
चने के आटे का नियमित रूप से सेवन करने से थोड़े ही दिनों में खाज, खुजली और दाद जैसी त्वचा से संबंधित रोग ठीक हो जाते हैं। 

*15. पुरानी कफ़ :*
लंबे समय से चली आ रही कफ की समस्या में भुने हुए चनों को रात में सोते समय अच्छे से चबाकर खाएं और इसके बाद दूध पी लें। यह कफ और सांस की नली से संबंधित रोगों को ठीक कर देता है।

*16. चेहरे की चमक के लिए चना :*
चेहरे की रंगत को बढ़ाने के लिए नियमित अंकुरित चनों का सेवन करना चाहिए। साथ ही आप चने का फेस पैक भी घर पर बनाकर इस्तेमाल कर सकेत हो। चने के आटे में हल्दी मिलाकर चेहरे पर लगाने से त्वचा मुलायम होती है। महिलाओं को हफ्ते में कम से कम एक बार चना और गुड जरूर खाना चाहिए।

*17. दाद खाज और खुजली :*
 एक महीने तक चने के आटे की रोटी का सेवन करने से त्वचा की बीमारियां जैसे खुजली, दाद और खाज खत्म हो जाती हैं

*18. धातु पुष्ट :* दस ग्राम शक्कर और दस ग्राम चने की भीगी हुई दाल को मिलाकर कम से कम एक महीने तक खाने से धातु पुष्ट होती है। 

 चने को अपने भोजन में सम्मिलित करें। यह किसी औषधि से कम नहीं है। 
 अंकुरित चनों का प्रयोग प्रतिदिन किया जा सकता है।

बाल झड़ने के प्रमुख कारण इलाज

*◆बालों के झड़ने का  इलाज◆*   बाल झड़ने के प्रमुख कारण  इलाज बाल झड़ने का कारण कई शारीरिक, मानसिक और पर्यावरणीय कारकों का परिणाम हो सकता है...