*किशमिश खाने से क्या फायदे जानिए*
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| *किशमिश खाने से क्या फायदे जानिए* |
*किशमिश के स्वाद से हर कोई वाकिफ है, लेकिन क्या आप इसके स्वास्थ्य लाभों के बारे में जानते हैं? आपको जानकर हैरानी होगी कि छोटे से आकार की किशमिश सिर्फ अपने मीठेपन तक सीमित नहीं है, बल्कि शरीर से जुड़ी कई सामान्य और गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए इसका सेवन किया जा सकता है। यह हाजमा ठीक करने से लेकर शरीर में ऊर्जा बढ़ाने तक का काम कर सकती है।*
अगर आपके मन में किशमिश को लेकर उत्सुकता जाग चुकी है, तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें। हमारे साथ जानिए कि किशमिश आतंरिक स्वास्थ्य से लेकर त्वचा व बालों पर किस प्रकार काम करती है।
किशमिश के फायदे:
- पाचन में सहायक: किशमिश में फाइबर होता है, जो पाचन सुधारने में मदद करता है और कब्ज की समस्या को दूर करता है।
- हड्डियों को मजबूत करता है: किशमिश कैल्शियम और मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत करने में मदद करते हैं।
- एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर: किशमिश में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं।
- ऊर्जा का स्रोत: किशमिश में प्राकृतिक शुगर और कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो ऊर्जा बढ़ाने में मदद करते हैं, खासकर तनाव या थकावट के समय।
- दिल के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद: किशमिश हृदय स्वास्थ्य में मदद करते हैं क्योंकि इनमें पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
- एनीमिया से बचाव: किशमिश आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर होते हैं, जो एनीमिया से बचाव में सहायक हो सकते हैं।
- त्वचा के लिए फायदेमंद: किशमिश में मौजूद विटामिन्स और एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा की चमक को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।
नुकसान:
- शुगर और कैलोरी की अधिकता: किशमिश में प्राकृतिक शुगर अधिक होती है, जो वजन बढ़ाने का कारण बन सकती है अगर इसे अधिक मात्रा में खाया जाए।
- दांतों की समस्याएं: किशमिश में फ्रुक्टोज और शर्करा अधिक होने के कारण यदि दांतों की ठीक से सफाई न हो, तो इससे दांतों की समस्याएं हो सकती हैं।
- गैस और अपच: अत्यधिक किशमिश खाने से पेट में गैस, सूजन, और अपच की समस्या हो सकती है।
- मूत्र मार्ग में समस्याएं: जिन लोगों को किडनी या मूत्र मार्ग से संबंधित समस्या है, उन्हें किशमिश सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए क्योंकि इसमें पोटेशियम की अधिकता हो सकती है।
सेवन का तरीका:
- सादा या भिगोकर सेवन: किशमिश को रातभर पानी में भिगोकर नाश्ते में खाएं या सलाद, दलिया, दूध, और फलों में मिलाकर खाएं।
- मिठाई, ड्रिंक्स, और स्नैक्स में डालें: किशमिश का उपयोग कई व्यंजनों, ड्रिंक्स, और मिठाई में किया जा सकता है।
- मध्यम मात्रा में सेवन करें: किशमिश को 10-15 नग प्रतिदिन खाने की मात्रा पर्याप्त मानी जाती है।
रोगों में लाभ:
- हृदय स्वास्थ्य: किशमिश रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होती है, जिससे हृदय रोगों का खतरा कम हो सकता है।
- पाचन समस्याएं: फाइबर की अधिकता के कारण पाचन तंत्र को बेहतर बनाती है और कब्ज को रोकने में मदद करती है।
- एनीमिया: किशमिश में आयरन और फोलिक एसिड के कारण एनीमिया में राहत मिल सकती है।
- त्वचा व बालों के लिए फायदेमंद: किशमिश त्वचा और बालों की चमक और मजबूती को बनाए रखने में मदद करती है।
संतुलित मात्रा में किशमिश का सेवन करने से स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं, लेकिन अधिक मात्रा में सेवन से नुकसान भी हो सकता है।
*किशमिश के फायदे*
किशमिश को चुनिंदा ड्राई फ्रूट्स में गिना जाता है, जो अंगूर का सूखा रूप है, यानी इसे बनाने के लिए अंगूरों को सुखाया जाता है। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें वो सभी औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो अंगूर में होते हैं। किशमिश आयरन, कैल्शियम, फाइबर, पोटैशियम, मैग्नीशियम, एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती है । इसका नियमित सेवन करने से पाचन तंत्र व इम्यून सिस्टम के साथ-साथ हड्डियां और मांसपेशियां तक स्वस्थ रहती हैं।
*किशमिश किस प्रकार शरीर के आंतरिक और बाहरी स्वास्थ्य को ठीक रखने में मदद कर सकती है।सेहत के लिए किशमिश के फायदे*
*एनीमिया से राहत*
एनीमिया जैसी घातक बीमारी का इलाज करने के लिए आप किशमिश का सेवन कर सकते हैं। शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया जैसे बीमारी होती है और किशमिश इस कमी को पूरा करने का काम करती है। किशमिश आयरन और विटामिन-बी से समृद्ध होती है, जो एनीमिया के लिए फायदेमंद साबित हो सकती है ।
*पाचन में सहायता*
पाचन क्रिया को सही रखने के लिए आप रोजाना कुछ किशमिश खा सकते हैं। किशमिश अन्य जरूरी पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर से भी समृद्ध होती है
फाइबर भोजन को पचाने में सहायता करता है और कब्ज से भी राहत दिलाता है।
किशमिश का दैनिक सेवन आपको मल त्यागने में सहायता करेगा और इसमें मौजूद फाइबर विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करेगा। पाचन स्वास्थ्य के लिए रोजाना किशमिश का सेवन एक कारगर विकल्प हो सकता है।
*हड्डियों के लिए*
पाचन के अलावा किशमिश खाने का फायदा हड्डियों को भी मिलता है। यह कैल्शियम का अहम स्रोत है, जो हड्डियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए जरूरी तत्व है । शरीर में कैल्शियम का स्तर बने रहने से गठिया और गाउट जैसी समस्याएं दूर रहती हैं।
*कैंसर के लिए उपयोगी*
आपको जानकर हैरानी होगी कि किशमिश कैंसर जैसी घातक बीमारी की आशंका को भी कम कर सकती है। इसमें कैटेचिन नामक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो शरीर को मुक्त कणों (Free Radicals) से बचाने का काम करता है। ये मुक्त कण ट्यूमर और पेट के कैंसर का कारण बन सकते हैं ।
*एसिडिटी*
एसिडिटी एक आम समस्या है, जो खानपान में गड़बड़ी के कारण हो जाती है। इससे निजात पाने के लिए आप किशमिश का सहारा ले सकते हैं। किशमिश में पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं । ये पोषक तत्व एसिडिटी को कम करने का काम करते हैं। इसके अलावा, ये पोषक तत्व गठिया, गाउट, पथरी और यहां तक कि हृदय रोग जैसी बीमारियों को रोकने में भी मदद करते हैं।
*ऊर्जावान*
अंगूर को सूखाने के बाद उसमें मौजूद पोषक तत्व अधिक केंद्रित हो जाते हैं। आप रोजाना आधी मुट्ठी भर किशमिश नाश्ते में ले सकते है। इसमें विटामिन-बी के समूह (बी1, बी2, बी3, बी4, बी5, बी6, बी7 और बी12) से समृद्ध होती है, जो आपको दिन भर ऊर्जावान रखने में मदद करेंगे । इन पोषक तत्वों के अलावा इसमें मौजूद कार्बोहाइड्रेट भी एनर्जी का अच्छा स्रोत है। खासकर, अधिक शारीरिक श्रम करने वाले लोग किशमिश को अपने दैनिक जीवन में स्थान दे सकते हैं।
*आंखों के लिए*
आंखों के लिए भी किशमिश के फायदे बहुत हैं। इसमें पॉलीफेनोलिक फाइटोन्यूट्रिएंट्स नामक जरूरी तत्व प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कारगर एंटीऑक्सीडेंट है और आंखों की रोशनी को मजबूत रखने में मदद करता है। किशमिश में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट आंखों को कमजोर करने वाले मुक्त कणों से बचाता है, जो मोतियाबिंद का कारण बन सकते हैं।
*मुंह और दांतों की देखभाल*
किशमिश मुंह और दांतों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है। इसमें ओलीनोलिक एसिड होता है, जो दातों को टूटने से और कैविटीज से बचाता है। इसके अलावा, किशमिश दांतों की बेहतर स्थिति बनाए रखने के लिए मुंह में बैक्टीरिया के विकास को भी रोकता है। चूंकि, इसमें कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, इसलिए दांतों के छिलने और टूटने की स्थिति को नियंत्रित करता है ।
*वजन बढ़ाने में मददगार*
अगर आप अंडरवेट हैं और अपने वजन को बढ़ाना चाहते हैं, तो किशमिश आपकी मदद कर सकती है। किशमिश फ्रुक्टोज से भरपूर होती है, जो शरीर का वजन बढ़ाने में मदद कर सकती है ।
*उच्च रक्तचाप*
उच्च रक्तचाप से परेशान लोग किशमिश को दैनिक जीवन में जगह दे सकते हैं। किशमिश हेल्दी डाइट को बढ़ावा देने का काम करती है, जिसे खाने की सलाह डॉक्टर देते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार किशमिश उच्च रक्तचाप की स्थिति को नियंत्रित कर सकती है।
किशमिश के महत्व को इस प्रकार समझा जा सकता है कि इसे डैश (DASH) डाइट प्लान में भी जगह दी गई है। डैश कम सोडियम युक्त फल-सब्जियां, फैट मुक्त या कम फैट वाले डेयरी प्रोडक्ट्स, अनाज,आदि खाद्य सामग्रियों का समूह होता है। शरीर से जुड़ी कई बीमारियों के लिए डैश डाइट को अपनाया जा रहा है। डैश डाइट हाइपरटेंशन की स्थिति को सामान्य करने में मदद कर सकती है । उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए आप किशमिश की एक चौथाई मात्रा का सेवन कर सकते हैं।
*बुखार में मददगार*
किशमिश खाने के फायदे बहुत हैं। एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों से समृद्ध किशमिश संक्रमण को खत्म कर बुखार को कम कर सकती है। बुखार के लिए किशमिश का सेवन करने के लिए आप लगभग 20 किशमिश को एक घंटे के लिए एक कप पानी में भिगोकर रख दें और जब किशमिश नरम हो जाए, तो इसका सेवन करें। बुखार होने पर आप इस उपाय को रोजाना कर सकते हैं ।
*मधुमेह के लिए*
मधुमेह के रोगियों के लिए भी किशमिश लाभकारी हो सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि किशमिश पोस्ट-प्रांडियल इंसुलिन प्रतिक्रिया को नियंत्रित कर सकती है। शुगर से ग्रसित मरीजों के लिए यह फायदेमंद हो सकती है। इसके अलावा, किशमिश लेप्टिन और घ्रेलिन को भी नियंत्रित कर सकती है। ये वो हार्मोंस होते हैं, जो बताते हैं कि आपको भूख लगी है या नहीं। मधुमेह के मरीज इस प्रकार अपने खानपान पर नियंत्रण कर सकते हैं।
*कब्ज में फायदेमंद*
जैसा कि हमने पहले बताया है कि किशमिश में अन्य जरूरी पोषक तत्वों के साथ-साथ फाइबर भी होता है। फाइबर पाचन क्रिया को संतुलित करने में मदद करता है। किशमिश में मौजूद फाइबर कब्ज जैसी स्थितियों में भी लाभकारी होता है । कब्ज से दूर रहने के लिए आप रोजाना किशमिश का सेवन कर सकते हैं।
*यौन स्वास्थ्य*
किशमिश यौन स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मददगार साबित हो सकती है। किशमिश में आर्जिनिन नामक एक एमिनो एसिड होता है, जो काम उत्तेजना को बढ़ाने का काम करता है। यह पुरुषों के लिए नपुंसकता (Erectile dysfunction) जैसी समस्या के लिए उपयोगी हो सकता है। इसके अलावा, किशमिश शरीर को ऊर्जावान बनाने का काम भी करती है। आप रोजाना दूध के साथ पांच-दस किशमिश का सेवन कर सकते है