सोमवार, 25 जनवरी 2021

जानिए आपकी राशि अनुसार आपका भोजन,-दूर होंगे सारे कुंडली दोष

 जानिए आपकी राशि अनुसार आपका भोजन


सभी खाद्य पदार्थ चाहे वे किसी भी रूप-स्वरूप में हों जैसे तरल खाद्य पदार्थ, अनाज, दाले, फल, सब्जियाँ, मेवे इत्यादि भी अपने-अपने गुणों व स्वादों के अनुसार किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप ग्रह-नक्षत्रों के अशुभ फल को कुछ खाकर शुभ फल में बदल सकते हैं। क्या सचमुच ऐसा हो सकता है? कहते हैं कि जैसा खाओगे अन्न, वैसा बनेगा मन।

जीवन में ज्‍योतिष का प्रभाव सिर्फ भविष्‍य के पूर्वानुमान तक ही सीमित नहीं है, यह आपके व्‍यक्तित्‍व, शारीरिक रचना या यूं कहें कि कुल मिलाकर इसका असर आपके संपूर्ण स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है। यहीं कारण है कि ज्‍योतिष राशि के आधार पर ही सेहत का अंदाजा लगा सकते हैं। स्वास्थ्य और आहार का बहुत गहरा संबंध है, ज्योतिष इस तथ्य को स्वीकार करते हैं और विभिन्न राशियों के हिसाब से विभिन्न प्रकार के आहार की सिफारिश करते हैं। हमारी सेहत पर हमारे राशी का असर पड़ता है। शरीर में ग्रहों से संबंधित सभी तत्व मौजूद रहते हैं। ये ग्रह और नक्षत्र उन्हीं तत्वों को प्रभावित करते हैं। जैसे धरती पर स्थित जल को चन्द्रमा प्रभावित करता है उसी तरह वह शरीर में मौजूद जल को भी प्रभावित कर हमारे मन को चंचल या स्थित बनाता है। इसी तरह सभी ग्रह अपने-अपने तत्वों पर अच्छे या बुरे प्रभाव को डालते हैं। ग्रह और नक्षत्रों का प्रभाव हमारे जीवन में सबसे पहले हमारे शरीर और फिर मन पर ही पड़ता है।

आपकी ज्योतिष राशी के अनुसार कैसा भोजन आपके राशी के लिए लाभकारी होगा ??आपकी ज्योतिष राशी के अनुसार कोनसा भोजन आपके स्वाथ्य के लिए योग्य है और कोनसा अयोग्य।सभी खाद्य पदार्थ चाहे वे किसी भी रूप-स्वरूप में हों जैसे तरल खाद्य पदार्थ, अनाज, दाले, फल, सब्जियाँ, मेवे इत्यादि भी अपने-अपने गुणों व स्वादों के अनुसार किसी न किसी ग्रह का प्रतिनिधित्व करते हैं। आप ग्रह-नक्षत्रों के अशुभ फल को कुछ खाकर शुभ फल में बदल सकते हैं। क्या सचमुच ऐसा हो सकता है? कहते हैं कि जैसा खाओगे अन्न, वैसा बनेगा मन। जैसा बनेगा मन, वैसा होगा आपका वर्तमान और भविष्य। अन्न ही जहर है और अन्न ही अमृत है।

देश काल और परिस्थिति अनुसार भोजन और भोज्य पदार्थों की अनगिनत विधियाँ पाई जाती हैं जिनकी गणना लगभग अंसभव है। भोजन के अतिरिक्त भोज्य पदार्थों से संबंधित कुछ रोचक ज्ञानवर्धक, आश्चर्यजनक, नवीन तथ्यों से आपका परिचय कराना चाहता हूँ जो आपको भोजन और भोज्य पदार्थों से संबंधित ऐसी नवीन जानकारी उपलब्ध कराएगा जिसका तात्पर्य मात्र भोजन करने से ही नहीं अपितु भोजन से प्राप्त होने वाली उर्जा, स्वाद और भोजन की आपके लिए अनुकूलता से है ताकि आप मात्र पेट भरने हेतु ही भोजन न करें बल्कि अपने शरीरिक, चारित्रिक मानसिक और बौद्धिक विकास हेतु भोजन का चयन करें।

भोजन और भोज्य पदार्थों द्वारा ग्रहों को भी अपने अनुकूल किया जा सकता है। इसी नवीन विषय पर आधारित है यह पुस्तक जिसमें आप अपनी ग्रह दशाओं के अनुसार भोजन का चयन कर सकते हैं और अपनी जन्मपत्री की दशाओं-महादशाओँ का उपचार भी कर सकते हैं। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार रसोईघर में नवग्रहों अर्थात 9 ग्रहों का वास होता है जिसका मुख्य आधार हैं मसाले जिनमें मुख्य रूप से 9 प्रकार के मसालों को मान्यता दी गई है जो अपने गुणों, स्वाद व रंगों के आधार पर भिन्न-भिन्न ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इसीलिये इन मामलों को रसोईघर में एक साथ इकट्ठा अथवा पास-पास रखने का प्रावधान है चाहे वह मसालदानी के रूप में हो अथवा अलग-अलग प्रकार से डिब्बों आदि में एक साथ एक स्थान पर रखे जाएं।


आइए जानें कि ये 9 मसाले कौन से है और ये किस प्रकार ग्रहों का प्रतिनिधित्व करते हैं व इनके पीछे छिपी वैज्ञानिकता क्या है ?


1. नमक (पिसा हुआ) सूर्य

2. लाल मिर्च (पिसी हुई) मंगल

3. हल्दी (पिसी हुई ) वृहस्पति

4. जीरा (साबुत या पिसा हुआ) राहु-केतु

5. धनिया (पिसा हुआ) बुध

6. काली मिर्च (साबुत या पाउडर) शनि

7. अमचूर (पिसा हुआ) केतु

8. गर्म मसाला (पिसा हुआ) राहु

9. मेथी (मंगल)


ध्यान दे— दीर्घायु और निरोगी रहने के लिये रसोई घर में बैठकर भोजन करना अत्यन्त लाभदायक होता है क्योंकि भोजन सामग्री पकाते समय उठने वाली सुगंध स्वयं में ऐसी दवाई है जो रामबाण का कार्य करती है। जिसे ग्रहण करने मात्र से छोटे-छोटे रोग स्वयं ही दूर भाग जाते है और यही कारण है कि स्त्रियों की आयु पुरुषों की अपेक्षा अधिक होती है। रसोई घर में भोजन करने के अनेकानेक लाभ है। जैसेः-

भोजन ताजा रूप में ग्रहण किया जाता है जो पोषक तो होता ही है शीघ्र हजम भी हो जाता है।

रसोईघर में भोजन करने से काया निरोगी रहती है।

रसोई घर में भोजन करने से आयु में वृद्ध होती है।

रसोईघर में भोजन करने से याददाश्त बढ़ाई जा सकती है।

रसोईघर में इकट्ठा बैठकर भोजन करने से पारिवारिक सदस्यों में प्यार और सौहार्द बढ़ता है व घर का वातावरण सुखी व समृद्ध होता है।

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मेष राशि—

मेष राशि में जन्मे लोग बिना सोचे-समझे कुछ भी खाने-पीने लगते हैं. इस राशि के लोगों को जब भी भूख लगती है, वो बिना कुछ समझे, जो मिल जाए वो खाना शुरू कर देते हैं. ऐसे में मेष राशि वाले मोटापे का शिकार आसानी से हो जाते हैं.

इस राशि के लोगों को कार्बोहाइड्रेट से ज्यादा प्रोटीन को अपने आहार में शामिल करना चाहिए. मेष राशि के लोगों के लिए मस्तिष्क उनका सबसे जरुरी अंग माना जाता है इसलिए उसे पोषित करने के लिए उन्हें एमिनो एसिड लेना चाहिए जो प्रोटीन से लिया जा सकता है.

मेष राशि के ज्‍यादातर लोगों को सिरदर्द और साइनस की समस्‍या रहती है। शरीर में नमक का स्‍तर कम होने के कारण यह कमजोरी और तनाव महसूस करते है।

डायट प्‍लान :— सूखे खुबानी, केला, अंजीर, ब्रोकली, बीन्स, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, पालक, गोभी, खीरा, कद्दू, बाउन राइस, दाल, स्वोर्डफ़िश और अखरोट को अपने आहार में शामिल करें!


वृषभ राशि—

इस राशि के लोग टेस्टी खाना, खाने के शौकीन होते हैं. लेकिन हेल्थी डाइट से उतना ही दूर रहते हैं. इस राशि के लोग अपनी भूख से भी ज्यादा खा लेते हैं क्योंकि इनका मन स्वादिष्ट खाने में ही अटका रहता है. पेट भर जाने पर भी वृषभ राशि वाले खाते जाते हैं और फिर अक्सर ओवरईटिंग की वजह से परेशान होते हैं.

इस राशि के लोगों को नीचे बैठ कर भोजन करना चाहिए, साथ ही सब्जियों और सलाद को अपनी डाइट में अधिक शामिल करना चाहिए. यही नहीं वृषभ राशि वालों को मीठे खाद्य पदार्थों और रिच फूड से बचना चाहिए अन्यथा डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर, मोटापा और अन्य इनसे जुड़ी बीमारियां होने का खतरा हो सकता है.

वृषभ राशि के लोग स्‍ट्रेस ज्‍यादा लेते हैं, जिसका बुरा असर उनके शारीरिक और मानसिक स्‍वास्‍थ्‍य पर पड़ता है।

डायट प्‍लान :— नट्स, अंडे, समुद्री भोजन, पालक, हरी सलाद, क्रेनबेरीज और बींस अधिक मात्रा में खाएं।


मिथुन राशि—

इस राशि के लोग एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी पर अधिक ध्यान देते हैं और उसी के अनुसार अपना डाइट प्लान बनाते हैं. इस राशि के लोगों का शरीर जितनी जल्दी मोटा होता है उतनी ही जल्दी पतला भी हो जाता है लेकिन यदि फिजिकल एक्टिविटी बनी रहें तो! यह राशि मेहतन करने वाले लोगों की राशि है इसलिए इन लोगों में फिट रहने की आदत होती है.


मिथुन राशि वाले लोगों को फ़ास्ट-फूड से बचना चाहिए क्योंकि इस राशि के जातकों का नर्वस सिस्टम कमज़ोर होता है. अक्सर ये लोग भाग कर ही खाते-पीते हैं जिसकी वजह से भी इनका पाचन तंत्र गड़बड़ी में रहता है.

इस राशि के लोग छोटी-छोटी बातों पर बहुत चिंता करते हैं और हमेशा तनाव में नजर आते हैं। इन्‍हें 

कैफीन और बहुत ज्‍यादा शराब से दूर रहना चाहिए।

डायट प्‍लान :— ऐसे लोगों को अपने आहार में शतावरी, अंगूर, बादाम, शैलफिश, सेब, संतरा, आड़ू, प्लम, दूध, छाछ और पनीर अधिक मात्रा में शामिल करना चाहिए।


कर्क राशि—

इस राशि के लोग मूडी होते हैं और खाने-पीने में भी अपने मूड के हिसाब से डाइट लेते हैं. कर्क राशि के लोग आरामदायक तरीके से खाते हैं और ख़ुशी में होने पर या दुखी होने पर अपने आहार को ज्यादा या कम कर देते हैं. कई बार इस राशि के लोग जरूरत से ज्यादा और कई बार बिलकुल नहीं खाते हैं | इस राशि के लोगों को बचपन से ही अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना चाहिए. चूंकि इस राशि के लोगों को स्तन और पेट से सम्बंधित बीमारियां होने की संभावनाएं होती हैं इसलिए इन्हें अपने खान-पान का खास ख्याल रखना चाहिए | इस राशि के लोग ओवरईटिंग का शिकार होते हैं। विशेष रूप से जब यह किसी बात को लेकर परेशान होते हैं तो ये अपनी भूख से कुछ ज्‍यादा ही खाते हैं।

डायट प्‍लान :— अंगूर, संतरा, तरबूज, स्ट्रॉबेरी, ब्लूबेरी, सलाद पत्ता, अजवायन, लेमनग्रास, मछली और शैलफिश से फायदा मिलता है।


सिंह राशि—

इस राशि के लोगों को अपने आपको खुश रखने के लिए, आहार का सहारा लेना चाहिए. आपके द्वारा लिया गया आहार आपके मन, सोच और व्यवहार को आपके व्यक्तित्व के अनुसार बदलने में सहायक होता है. आप अपने सकारात्मक आचरण को बनाए रखने के लिए सब्जियों का सहारा ले सकते हैं. ऐसे लोगों को आप अवॉयड करें जो आपके प्रयासों की आलोचना करते हैं | इस राशि के जातकों को अपने आहार से कार्बोहाइड्रेट को दूर रखना चाहिए और सब्जियों को ज्यादा स्थान देना चाहिए | ये लोग बहुत ही जल्‍दी और आसानी से मोटापे का शिकार हो जाते हैं। इसलिए लो-फैट लेवल आपको स्‍वस्‍थ रखने के लिए आवश्‍यक है।

डायट प्‍लान :— सिंह राशि के लोगों को बादाम, होल वीट, खजूर, अखरोट, किशमिश, चुकंदर, नारियल, नींबू, आड़ू, नाशपाती, अंजीर, मीट, समुद्री भोजन और शतावरी को अपने आहार में शामिल करना चाहिए।


कन्या राशि—

इस राशि के लोगों का हर रिजल्ट तुरंत चाहिए होता है, जल्दी खाना और जल्दी ही उसका असर हो जाना! ऐसे लोग मोटे हो जाएं तो पतले होने के लिए कई डाइट प्लान अपनाते हैं और चाहते हैं कि उसका असर जल्द हो जाए और जब ऐसा नही होता है तो, वो लोग फिर दूसरा प्लान बनाने लगते हैं. बड़े ही चंचल मन के होते हैं कन्या राशि के जातक | ऐसे लोगों को एलर्जी ज्यादा होती है और उनसे बचने के लिए इन्हें जैविक आहार लेने चाहिए. कन्या राशि के जातकों को त्वचा से सम्बंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है इसलिए इन्हें खाने पीने का खास ख्याल रखना चाहिए | कन्‍या राशि के लोग बहुत जल्‍दी चिंताग्रस्‍त हो जाते हैं, इससे उनका पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है। साथ ही इस राशि के जातकों को अपनी परतदार, थकान भरी और ड्राई स्किन का ध्‍यान रखना चाहिए।

डायट प्‍लान :— ओट्स, होल वीट अनाज ब्रेड, तरबूज, पपीता, संतरा, केला, पनीर और अंडे को अपने आहार में शामिल करें।


तुला राशि—

इस राशि के लोग खाने में बड़े चूज़ी किस्म के होते हैं. ये लोग आसानी से अपने आहार को बदलते रहते हैं या ये कहें की इन्हें नये-नये व्यंजन खाना बेहद पसंद होता है लेकिन ये पोषण को अपने खाने से दूर ही रखते हैं.

इस राशि के लोगों को गुर्दे और डायबिटीज जैसी बीमारियां होती है इसलिए इन्हें अपने आहार में पोटेशियम से भरपूर आहार लेना चाहिए, जैसे- केला, पत्तेदार सब्जियां, मछली और दही अधिक खाएं | इस राशि के लोगों को लिवर से जुड़ी समस्‍याएं होती है। इसलिए इन्‍हें बहुत ज्‍यादा अल्‍कोहल लेने और प्रोसेस्‍ड फूड से बचना चाहिए।

डायट प्‍लान :— तुला राशि वालों को अपनी डायट में स्ट्रॉबेरी, चुकंदर, कोर्न, गाजर, सेब, किशमिश, अंडा, समुद्री भोजन, कम वसा वाले पनीर और दही को शामिल करना चाहिए।


वृश्चिक राशि—

इस राशि के लोग मजबूत इच्छा शक्ति के मालिक होते हैं. ये लोग अपनी भावनाओं को कंट्रोल करने में माहिर होते है जिसके कारण ये कुछ भी सोच लें उसे पूरा करके छोड़ते हैं. ऐसे लोग अपनी तकलीफों को छिपा कर दूसरों को खुश करने की कोशिश करते हैं और इसी के चलते कई बार दूसरों के द्वारा परोसा गया भोजन खा लेते हैं.

ऐसे लोगों को आंत और कब्ज की शिकायत होने की संभावनाएं रहती हैं इसलिए इस राशि के जातकों को हाई फाइबर, सलाद और हरी सब्जियों को शामिल करना चाहिए | इस राशि के लोग बहुत ज्‍यादा भावनात्‍मक होने के कारण अक्‍सर भावनात्‍मक तनाव से ग्रस्‍त रहते है। इन्‍हे संक्रमण का खतरा भी ज्‍यादा रहता है।

डायट प्‍लान :— चीज, दूध, दही, अखरोट, बादाम, अनानास, कमल ककड़ी, खट्टे फल और सी -फूड ज्‍यादा खायें।


धनु राशि—

धनु राशि के लोग अपने लक्ष्य को पाने के लिए जम के मेहनत करते हैं और जल्द ही उसका परिणाम चाहते हैं. ऐसे लोग जिम आदि ज्वाइन कर अपनी सेहत बनाने के लिए खून पसीना बहाते हैं. इस राशि के जातकों का लीवर कमज़ोर होता है इसलिए इन्हें अधिक वसा और फैट वाले आहार नहीं लेने चाहिए.

ऐसे लोगों को क्रीम, नमक और चीनी का सेवन नियंत्रण में रह कर करना चाहिए और लीवर को स्वस्थ रखने के लिए पानी अधिक पीना चाहिए | इस राशि के लोगों का वजन जल्‍दी बढ़ने लगता है, विशेष तौर पर इनके जांघों और कूल्‍हों पर बहुत जल्‍दी फैट बढ़ने लगता है। इसलिए इन्‍हें शराब और फैट वाले आहार का सेवन कम करना चाहिए।

डायट प्‍लान :— संतरे, प्लम, स्ट्रॉबेरी, अंजीर, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, चेरी, शतावरी, हरी मिर्च, आलू और टमाटर, ओट्स, अंडे, होल वीट, स्किम्ड मिल्‍क, मछली और दही का सेवन करें।


मकर राशि—

मकर राशि के लोग अपनी मंजिल को पाने के लिए आतुर रहते हैं. ऐसे लोग रातोंरात सफलता पाना चाहते हैं. अपनी बातों से आसानी से लोगों को लुभाने वाले मकर राशि के जातक अदरक खाना और पीना अधिक पसंद करते हैं. एल्कोहल में बीयर, वो भी अदरक बीयर, इन्हें बेहद पसंद होती है | ये लोग एरोबिक्स और वजन कंट्रोल करने के लिए डिसिप्लिन रहते हैं. इस राशि के लोगों को कैल्शियम की कमी हो सकती है इसलिए इन्हें दूध, अंडा आदि कैल्शियम से भरपूर डाइट लेनी चाहिए | मकर राशि के ज्‍यादातर लोगों को कम उम्र में ही कमजोर हड्डियों और जोड़ो के दर्द की समस्‍या हो सकती है। इसलिए इनके आहार में कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ होने चाहिए।

डायट प्‍लान : —इस राशि के जातकों को ब्रोकली, अंजीर, संतरा, नींबू, गोभी, मटर, आलू और पालक, भूरे रंग के चावल, ओट्स, बादाम, अखरोट, अंडे, मछली, पनीर, छाछ और दही लेना चाहिए।


कुंभ राशि—

असामान्य तरीकों से लोगों को प्रभावित करने में माहिर होते हिं कुंभ राशि वाले. यह मूल आहार को अपनी डाइट का मुख्य हिस्सा मानते है. यह लोग बोर होने पर अपना खाना भी छोड़ देते हैं. हर बार कुछ नया अपनाना और करना ही इनका मूड होता है, जिसे यह लोग आसानी से अडॉप्ट कर लेते हैं और छोड़ भी देते हैं.

कुंभ राशि वाले शराब की गिरफ्त में आसानी से आ जाते हैं और उसे छोड़ना मुश्किल हो जाता है इससे बचने के लिए इन्हें अदरक बीयर लेनी चाहिए. कुंभ राशि के ज्‍यादातर लोगों में हाई बीपी की समस्‍या देखी जाती है।

डायट प्‍लान : — आड़ू, नाशपाती, अंजीर, नींबू, खजूर, अनार, गोभी, स्ट्रॉबेरी, कॉर्न, अजवाइन, मिर्च, मूली, टमाटर, दाल, ब्राउन राइस, बादाम, चिकन, वील, क्लेम, झींगा और ट्यूना शामिल करें।


मीन राशि—

इन्हें परफेक्शन चाहिए होता है हर चीज़ में, फिर वो रोज की डाइट ही क्यों न हो. इसके लिए यह भोजन को अधिक सजा कर खाना और पेश करना पसंद करते हैं. लेकिन अक्सर ओवर-इटिंग की वजह से यह परेशान हो जाते हैं | मीन राशि वालों को डांस, योगा और मैडिटेशन करना चाहिए ताकि यह अपने भावों को ठीक से व्यक्त कर सकें. इन लोगों को अधिक पानी पीने या तरल पदार्थों को अधिक लेना चाहिए. इन्हें पिट्यूटरी ग्रंथि की समस्या होने की सम्भवना होती हैं इसलिए इससे बचने के लिए तरल चीज़े अधिक लेनी चाहिए. इस रा‍शि से संबंधित लोग जुकाम, फ्लू और संक्रमण से ग्रस्त होते हैं।

डायट प्‍लान :– मीन राशि वालों को अपने आहार में चिकन, कस्तूरी, बींस, होल वीट, संतरे, चुकंदर, सलाद, प्याज, सेब को शामिल करना चाहिए।


रविवार को चना, सोमवार को खीर अथवा दूध, मंगलवार को चूरमा तथा हलवा, बुधवार को हरी सब्जी, गुरुवार को चने की दाल अथवा बेसन का प्रयोग, शुक्रवार को मीठा दही और शनिवार को उड़द का सेवन करने से सभी ग्रह प्रसन्न रहते हैं। तो अब आप समझ गए ना की की आपको अपनी राशि के अनुसार क्या खाना और पीना हैं तो बस अपना डाइट चार्ट बनाकर खाएं-पिएं और स्वस्थ रहें |


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अपनी राशि, नक्षत्र और कुंडली में ग्रहों की स्थिति के आधार पर भोजन का चयन करके कमजोर ग्रहों को संतुलित और मजबूत किया जा सकता है। आयुर्वेद और ज्योतिष के कुछ सिद्धांतों के अनुसार, विभिन्न ग्रहों से जुड़े खाद्य पदार्थों का सेवन करने से उनका प्रभाव जीवन में अनुकूल हो सकता है।

1. सूर्य:

  • खाद्य पदार्थ: गेहूं, लाल फल (जैसे सेब), अनार, शहद, घी, मसूर की दाल, और सूखे मेवे।
  • उपाय: नियमित रूप से शुद्ध घी का सेवन करें। भोजन में लाल रंग की वस्तुएं शामिल करें। सूर्य कमजोर हो तो शहद का सेवन लाभकारी होता है। सूर्य देवता को जल अर्पित करें।

2. चंद्रमा:

  • खाद्य पदार्थ: दूध, चावल, दही, कद्दू, खीर, और सफेद रंग के खाद्य पदार्थ।
  • उपाय: चंद्रमा को मजबूत करने के लिए दूध और चावल का सेवन लाभकारी है। चंद्रमा के दिन (सोमवार) को दही और खीर का सेवन करें। अपने माता-पिता का सम्मान करें और मां के प्रति आदर भाव रखें।

3. मंगल:

  • खाद्य पदार्थ: मसूर दाल, गुड़, मूली,  और लाल रंग की सब्जियां जैसे टमाटर।
  • उपाय: मंगलवार के दिन गुड़ और मसूर की दाल का सेवन करें। मंगल ग्रह को मजबूत करने के लिए मीठा भोजन लें, परंतु क्रोध से बचें। मंगलवार को गरीबों को मसूर की दाल दान करें।

4. बुध:

  • खाद्य पदार्थ: हरी सब्जियां (जैसे पालक, हरा धनिया), मूंग की दाल, अमरूद, पुदीना, और ग्रीन टी।
  • उपाय: बुध को मजबूत करने के लिए अधिक हरी सब्जियां और पुदीना का सेवन करें। भोजन में हल्का और सात्विक आहार अपनाएं। बुधवार को गरीबों को हरे रंग की वस्तुएं या हरी सब्जियां दान करें।

5. गुरु (बृहस्पति):

  • खाद्य पदार्थ: पीले खाद्य पदार्थ जैसे बेसन, केला, हल्दी, चने की दाल, पीली मिठाइयां।
  • उपाय: गुरुवार के दिन पीले रंग के खाद्य पदार्थों का सेवन करें। हल्दी वाला दूध पिएं। बृहस्पति को मजबूत करने के लिए बेसन से बनी मिठाई खाएं और गुरुवार को पूजा के दौरान हल्दी का उपयोग करें।

6. शुक्र:

  • खाद्य पदार्थ: दूध से बने उत्पाद (जैसे मक्खन, घी, पनीर), सफेद खाद्य पदार्थ (जैसे चीनी, चावल), मीठे फल, और बादाम।
  • उपाय: शुक्र को मजबूत करने के लिए दूध और मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन करें। शक्करयुक्त पदार्थों का उचित मात्रा में सेवन करें। शुक्रवार के दिन सफेद चीजों का दान करें।

7. शनि:

  • खाद्य पदार्थ: उड़द दाल, सरसों का तेल, तिल, काले रंग की वस्तुएं (जैसे काले चने, जामुन)।
  • उपाय: शनि को मजबूत करने के लिए काले तिल, उड़द की दाल, और सरसों का तेल भोजन में उपयोग करें। शनिवार को सरसों के तेल से मालिश करना भी लाभकारी हो सकता है। शनिवार के दिन गरीबों को काले वस्त्र या काले रंग की वस्तुओं का दान करें।

8. राहु:

  • खाद्य पदार्थ: काली मिर्च, तिल, प्याज, लहसुन, और अदरक।
  • उपाय: राहु के दुष्प्रभाव से बचने के लिए अदरक और काली मिर्च का सेवन करें। राहु को शांत करने के लिए सात्विक भोजन करें और मांसाहार से बचें। शनिवार को राहु से संबंधित दान करें, जैसे नीले वस्त्र और तिल।

9. केतु:

  • खाद्य पदार्थ: अश्वगंधा, काले चने, खट्टी चीजें (जैसे इमली)।
  • उपाय: केतु के प्रभाव को संतुलित करने के लिए काले चने और मसाले का सेवन करें। केतु को शांत रखने के लिए सात्विक भोजन का पालन करें।

राशियों के अनुसार भोजन

  • मेष, सिंह, धनु (अग्नि तत्व): मसालेदार भोजन और गाजर, अदरक, मिर्च।
  • वृषभ, कन्या, मकर (पृथ्वी तत्व): गाजर, चुकंदर, बादाम, और पनीर।
  • मिथुन, तुला, कुंभ (वायु तत्व): हरी सब्जियां, पुदीना, अमरूद, और हल्का भोजन।
  • कर्क, वृश्चिक, मीन (जल तत्व): जलयुक्त फल, दही, दूध, और ठंडा भोजन।

इन उपायों का प्रयोग करने से, न केवल ग्रहों के प्रभाव में सुधार आ सकता है बल्कि आपके शरीर और मन पर भी सकारात्मक असर पड़ता है।


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