गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है.!
गुड़हल के पेड़ को एक संपूर्ण औषधि माना गया है.!
जानिये...
इसकी जड़ से लेकर पुष्प तक हर चीज इसकी जड़ से लेकर पुष्प तक हर चीज किसी न किसी बीमारी का इलाज है, खास तौर पर स्किन तथा बालों से जुड़ी समस्याओं का।
आइए जानते हैं गुड़हल के फूल तथा पत्तियों के कुछ ऐसे ही घरेलू जबरदस्त 15 नुस्खे...
(1) गुडहल के 20 फूल तथा पत्तियों को सुखाकर पाउडर बना लें। इस पाउडर को रोजाना एक गिलास दूध के साथ पीने से याददाश्त बढ़ती है। खून की कमी भी दूर होती है।
(2) चेहरे से मुंहासे व धब्बे दूर करने के लिए भी इसका उपयोग किया जाता है। इसके फूल की पत्तियों को पानी में पीसकर उसमें शहद मिलाकर चेहरे पर लगाया जाता है।
(3) डायटिंग करने वाले या गुर्दे की समस्याओं से पीडित व्यक्ति अक्सर इसे बर्फ के साथ पर बिना चीनी मिलाए पीते हैं, क्योंकि इसमें प्राकृतिक मूत्रवर्धक गुण होते हैं।
(4) मुंह में छाले होने पर गुड़हल के पत्ते चबाएं।
(5) यदि आप बालों को सुंदर और मजबूत बनाना चाहते हैं तो गुड़हल के ताजे फूलों को पीसकर बालों पर लगाएं।
(6). यदि चेहरे पर बहुत मुंहासे हो गए हैं तो लाल गुडहल की पत्तियों को पानी में उबाल कर पीस लें और उसमें शहद मिला कर त्वचा पर लगाने से आराम मिलता है।
(7). गुड़हल के फूलों का उपयोग बालों को सुंदर बनाने के लिए भी किया जाता है। इसे पानी में उबालकर सिर धोने से बालों के झडऩे की समस्या दूर हो जाती है।
(8). मेहंदी और नींबू के रस में 10 ग्राम गुड़हल की पत्तियों को मिलाकर बालों की जड़ों से सिरे तक अच्छे से लगाले, बालों की रूसी खत्म हो जाती है।
(9). इसका उपयोग सौंदर्य प्रसाधन में भी किया जाता है। भारत में गुड़हल की पत्तियों और फूलों से हर्बल आईशैडो बनती है।
(10). गुड़हल का फूल शरीर की सूजन के साथ-साथ खुजली तथा जलन जैसी समस्याओं से भी राहत देता है। गुड़हल के फूल की ताजी पत्तियां पीस कर सूजन तथा जलन वाली जगह पर लगाएं, कुछ ही मिनटों में समस्या दूर हो जाएगी।
(11). बच्चों के लिए हर्बल शैम्पू बनाने में भी इसका उपयोग होता है, क्योंकि यह माइल्ड होता है।
(12). गुड़हल के फूल और पत्तों का उपयोग त्वचा से झुर्रियां दूर करने में भी किया जाता है।
(13). गुड़हल की चाय (हिबिस्कस टी) गुडहल की चाय (हिबिस्कस टी) को हर्बल चाय या काढ़े के तौर पर लिया जाता है। इसके फूलों को सुखा कर उसकी हर्बल चाय बनाई जाती है। कॉकटेल के लिए इसमें ठंडा पानी या बर्फ के टुकड़े मिलाए जाते हैं। इस चाय के सेवन से मोटापा कम किया जा सकता है।
(14). इसके अलावा यह एकाग्रता भी बढ़ाता है।
(15) शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही यह दिल के मरीजों के लिए भी अच्छी है।
गुड़हल (Hibiscus) को औषधीय गुणों के कारण आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। इसके फूल, पत्तियां और जड़ें कई औषधीय गुणों से भरपूर होती हैं। गुड़हल के औषधीय उपयोग और इसके गुण निम्नलिखित हैं:
गुड़हल के औषधीय गुण:
- शीतल और ताजगी देने वाला: गुड़हल शरीर को शीतलता प्रदान करता है, जिससे शरीर में गर्मी को संतुलित करने में मदद मिलती है।
- वात-पित्त दोष का शमन: आयुर्वेद में इसे वात और पित्त को संतुलित करने वाला माना जाता है। यह शरीर में वात और पित्त के कारण उत्पन्न असंतुलनों को दूर करने में मदद करता है।
- एंटीऑक्सीडेंट: गुड़हल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने और कोशिकाओं की मरम्मत में मदद करते हैं।
- एंटी-इंफ्लेमेटरी: इसमें सूजनरोधी गुण होते हैं, जो शरीर के किसी भी हिस्से में सूजन और जलन को कम करने में सहायक होते हैं।
- रक्त परिसंचरण में सुधार: यह रक्तचाप को नियंत्रित रखने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- बालों और त्वचा के लिए फायदेमंद: गुड़हल बालों की जड़ों को मजबूत करता है, रूसी को कम करता है, और बालों को घना और चमकदार बनाता है। साथ ही, यह त्वचा की चमक बढ़ाने और मुहांसों को दूर करने में सहायक होता है।
गुड़हल के औषधीय उपयोग:
- बालों के लिए:
- गुड़हल के फूलों का तेल या पेस्ट बालों में लगाने से बालों का झड़ना कम होता है और बालों की गुणवत्ता में सुधार होता है। इसे नारियल तेल में मिलाकर लगाने से बालों में नमी और चमक आती है।
- त्वचा रोगों में:
- गुड़हल की पत्तियों का पेस्ट त्वचा पर लगाने से दाने, फोड़े-फुंसियां और जलन कम हो जाती है। इसके एंटी-बैक्टीरियल गुण त्वचा की समस्याओं को ठीक करने में मदद करते हैं।
- मासिक धर्म संबंधित समस्याएं:
- गुड़हल की चाय या काढ़ा पीने से मासिक धर्म से जुड़ी अनियमितता, दर्द, और भारी रक्तस्राव में राहत मिलती है। यह हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने में भी सहायक है।
- हृदय स्वास्थ्य:
- गुड़हल की चाय रक्तचाप को नियंत्रित करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है। यह हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है।
- वजन घटाने में:
- गुड़हल की चाय या काढ़ा पीने से मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा मिलता है और वजन घटाने में सहायता मिलती है। यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
- पाचन के लिए:
- गुड़हल के फूलों का सेवन पाचन क्रिया को सुचारू बनाता है और पेट की समस्याओं जैसे कब्ज और एसिडिटी में राहत देता है।
- प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना:
- गुड़हल के सेवन से शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है, जिससे शरीर विभिन्न संक्रमणों से लड़ने में सक्षम होता है।
उपयोग के तरीके:
- गुड़हल की चाय: गुड़हल के सूखे फूलों का उपयोग करके चाय बनाई जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होती है।
- तेल: गुड़हल के फूलों को नारियल तेल में उबालकर बालों या त्वचा पर लगाने के लिए तेल तैयार किया जाता है।
- पेस्ट: गुड़हल की पत्तियों और फूलों का पेस्ट बालों और त्वचा पर सीधे लगाया जा सकता है।
गुड़हल एक बहुउपयोगी औषधि है जो प्राकृतिक रूप से स्वास्थ्य के कई पहलुओं पर सकारात्मक प्रभाव डालती है।

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