हीमोग्लोबिन बढ़ाने के उपाय
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए कई घरेलू, नेचुरोपैथी, आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक उपाय उपलब्ध हैं। ये सभी उपाय प्राकृतिक और प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि कोई भी उपचार शुरू करने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
1. घरेलू उपाय:
- चुकंदर: चुकंदर में आयरन, फोलेट और विटामिन सी होते हैं, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक हैं। चुकंदर का जूस या सलाद के रूप में सेवन करें।
- सेब: सेब में आयरन और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक होते हैं। प्रतिदिन एक सेब खाएं।
- अनार: अनार में आयरन, कैल्शियम, फाइबर और प्रोटीन होते हैं, जो शरीर में रक्त की मात्रा बढ़ाते हैं। सुबह खाली पेट अनार का जूस पिएं।
- तिल के बीज: काले तिल में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। एक चम्मच काले तिल के बीज को पानी में भिगोकर पेस्ट बना लें और शहद के साथ मिलाकर खाएं।
- खजूर: खजूर में आयरन और विटामिन सी होता है। खजूर का नियमित सेवन हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
- गुड़ और मूंगफली: गुड़ और मूंगफली का सेवन करने से आयरन की मात्रा बढ़ती है। इसे स्नैक के रूप में खाएं।
- हरी पत्तेदार सब्जियां: पालक, मेथी, सरसों का साग और बथुआ में आयरन होता है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक होता है।
2. नेचुरोपैथी के उपाय:
- जूस थेरेपी: हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए चुकंदर, गाजर, सेब, और पालक के मिश्रण का जूस पिएं।
- हरी सब्जियां और सलाद: हरी सब्जियों और सलाद का सेवन करें। इनमें आयरन और फोलेट की मात्रा होती है, जो हीमोग्लोबिन बढ़ाने में मदद करता है।
- विटामिन सी युक्त फल: संतरा, नींबू, आमला, अंगूर जैसे विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करें। ये आयरन के अवशोषण में मदद करते हैं।
- शुद्ध पानी का सेवन: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं, ताकि शरीर का पाचन और रक्तसंचार ठीक रहे।
3. आयुर्वेदिक उपाय:
- द्राक्षासव: आयुर्वेद में द्राक्षासव एक टॉनिक है, जिसमें आयरन की मात्रा होती है। इसका सेवन करने से हीमोग्लोबिन बढ़ सकता है।
- लौह भस्म: यह आयुर्वेदिक औषधि है जिसमें आयरन होता है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार इसका सेवन करें।
- शतावरी: शतावरी रक्त को शुद्ध करने और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक है।
- अमलकी रसयान: आंवले से तैयार किया गया यह रस शरीर में आयरन के स्तर को बढ़ाने में सहायक है।
- पुनर्नवा: पुनर्नवा का सेवन शरीर में रक्त निर्माण को बढ़ावा देने में सहायक है।
4. होम्योपैथिक उपाय:
- Ferrum Phosphoricum: यह आयरन की कमी को पूरा करने और रक्त बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
- Calcarea Phosphorica: यह हड्डियों और खून की समस्याओं के लिए उपयोगी है और हीमोग्लोबिन बढ़ाने में सहायक हो सकता है।
- China Officinalis: खून की कमी के कारण हुई कमजोरी के लिए इस दवा का उपयोग किया जा सकता है।
- Natrum Mur: यह आयरन अवशोषण को बढ़ावा देने और रक्त निर्माण में सहायक होता है।
होम्योपैथिक दवाओं का उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें, क्योंकि इनमें सही मात्रा और समय पर ध्यान देना जरूरी होता है।
अतिरिक्त सुझाव:
- भोजन के साथ चाय या कॉफी का सेवन न करें, क्योंकि ये आयरन के अवशोषण में बाधा डालते हैं।
- हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आयरन से भरपूर आहार के साथ विटामिन सी युक्त आहार भी शामिल करें, ताकि शरीर में आयरन का बेहतर अवशोषण हो।
1. अमरूद:- अमरूद जितना ज्यादा पका हुआ होगा, उतना ही पौष्टिक होगा। पके अमरूद को खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी नहीं होती। इसलिए महिलाओं के लिए यह और भी लाभदायक हो जाता है।
2. आम:- आम खाने से हमारे शरीर में रक्ति अधिक मात्रा में बनता है, एनीमिया में यह लाभकारी होता है।
3. सेब:- सेब एनीमिया जैसी बीमारी में लाभकारी होता है। सेब खाने से शरीर में हीमोग्लोबिन बनता है।
4. अंगूर:- अंगूर में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है। जो शरीर में हीमोग्लोबिन बनाता है, और हीमोग्लोबिन की कमी संबंधी बीमारियों को ठीक करने में सहायक होता है।
5. चुकन्दर:- चुकन्दर से प्राप्त उच्च गुणवत्ता का लोह तत्व रक्त में हीमोग्लोबिन का निर्माण व लाल रक्तकणों की सक्रियता के लिए बेहद प्रभावशाली है। खून की कमी यानी एनीमिया की शिकार महिलाओं के लिए चुकंदर रामबाण के समान है। चुकन्दर के अलावा चुकन्दर की हरी पत्तियों का सेवन भी बेहद लाभदायी है। इन पत्तियों में तीन गुना लौह तत्व अधिक होता है।
6. तुलसी:- तुलसी रक्त की कमी को कम करने के लिए रामबाण है। तुलसी के नियमित सेवन से शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है।
7. सब्जियां:- शरीर में हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। हरी सब्जियों में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले तत्व ज्यादा मात्रा में पाये जाते है।
8. तिल:- तिल हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है। तिल खाने से रक्ताअल्पता की बीमारी ठीक होती है।
Benefits of grape fruit,
🍇 अंगूर फल के फायदे
गर्मी के मौसम में अंगूर 🍇 की बहार होती है और यह स्वादिष्ट रसीला नन्हा सा फल बलबर्धक और सौंदर्यवर्धक फल है। अंगूर में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज, कैलोरी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, सोडियम, फाइबर, विटामिन ए, सी, ई व के, कैल्शियम, कॉपर, मैग्नीशियम, मैंग्नीज, जिंक और आयरन और साइट्रिक एसिड जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। अंगूर 🍇 सेहत का खजाना हैं।
1. मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए भी अंगूर 🍇 बेहद फायदेमंद है। ये ब्लड में शुगर के लेवल को कम करने का काम करता है।
2. अंगूर 🍇 आयरन का एक बेहतरीन माध्यम है।
3. माइग्रेन के दर्द के लिए अंगूर 🍇 का रस पीना बहुत फायदेमंद होता है।
4. ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम में अंगूर 🍇 का सेवन करना बहुत फायदेमंद होता है।
5. अंगूर 🍇 दिल से जुड़ी बीमारियों के लिए भी ये विशेष रूप से फायदेमंद है।
6. अंगूर 🍇 का पल्प ग्लूकोज व शर्करा युक्त होता है। विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में होने से अंगूर का सेवन भूख बढाता है, पाचन शक्ति ठीक रखता है।
7. अंगूर 🍇 के सेवन से खून की कमी दूर हो जाती है। यह हीमोग्लोबिन को भी बढ़ाता है।
8. अंगूर 🍇 आंखों, बालों एवं त्वचा को चमकदार बनाता है।
🌼 प्रभु से यही मंगलकामना है की आप सब स्वस्थ एवं प्रसन्न रहें। 🌼
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please Do not Enter Any Spam Link in the Comment Box.
कृपया कमेंट बॉक्स में कोई स्पैम लिंक न डालें।