बुधवार, 5 दिसंबर 2018

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उड़द  गुण (Property)

उड़द एक पौष्टिक दाल है। यह भारी, रुचिकारक, मल (पैखाना) रोगी के लिए लाभकारी, प्यास बढ़ाने वाला, बल बढ़ाने वाला, वीर्यवर्धक, अत्यन्त पुष्टिदायक, मल-मूत्र को मुक्त करने वाला, दूध पिलाने वाली माता का दूध बढ़ाने वाला और मोटापा बढ़ाने वाला है। उड़द पित्त और कफ को बढ़ाता है। बवासीर, गठिया, लकवा और दमा में भी इसकी दाल का सेवन करना लाभदायक है।
                      
                       विभिन्न रोगों में उपचार
शक्तिदायक:
उड़द में शक्ति को बढ़ाने (शक्तिवर्द्धक) का गुण है। उड़द का प्रयोग किसी भी तरह से करने पर शक्ति बढ़ती है। रात्रि को 30 ग्राम उड़द की दाल पानी में भिगो दें और सुबह इसे पीसकर दूध व मिश्री के साथ मिलाकर पीने से मस्तिष्क व वीर्य के लिए बहुत ही लाभकारी है। ध्यान रहें : इसे अच्छी पाचन शक्ति वाले ही इस्तेमाल करें। छिलके सहित उड़द खाने से मांस बढ़ता है। उड़द दाल में हींग का छौंका देने से इसके गुणों में अधिक वृद्धि हो जाती है। भीगी हुई उड़द दाल को पीसकर एक चम्मच देशी घी व आधा चम्मच शहद में मिलाकर चाटने के बाद मिश्री मिला हुआ दूध पीना लाभदायक है। इसका प्रयोग लगातार करते रहने से पुरुष घोड़े की तरह ताकतवर हो जाता है।

उड़द दाल को पानी में भिगोकर और उसे पीसकर उसमें नमक, कालीमिर्च, हींग, जीरा, लहसुन और अदरक मिलाकर उसके `बड़े´ (एक पकवान) बनायें। ये बड़े घी या तेल में डालकर खाने से वायु, दुर्बलता, बेस्वाद (अरुचि), टी.बी. व दर्द दूर हो जाता है। उड़द दाल को पीसकर दही में मिलाकर व तलकर सेवन से पुरुषों के बल और धातु में बढ़ोत्तरी होती है।

उड़द दाल का आटा 500 ग्राम, गेहूं का आटा 500 ग्राम व पीपर का चूर्ण 500 ग्राम लें और उसमें 100 ग्राम घी मिलाकर चूल्हे पर पकाकर 40-40 ग्राम वजन का लड्डू बना लें। रात को सोने के समय एक लड्डू सेवन करके ऊपर से 250 मिलीलीटर दूध पी लें। इसके प्रयोग में खट्टे, खारे व तेल वाले चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे शरीर क्षीण नहीं होता और शारीरिक ताकत बढ़ती है।
 
सफेद दाग:
उड़द के आटे को भिगोकर व पीसकर सफेद दाग पर नित्य चार महीने तक लगाने से सफेद दाग खत्म हो जाते हैं।

काले उड़द को पीसकर सफेद दागों पर दिन में 3-4 बार दागों में लगाने से सफेद दागों का रंग वापस शरीर के बाकी रंग की तरह होने लगता हैI 
 
गंजापन :
उड़द दाल को उबालकर पीस लें। रात को सोने के समय सिर पर लेप करें। इससे गंजापन धीरे-धीरे दूर होकर नये बाल आने शुरू हो जाते हैं।
 
मर्दाना शक्ति:
उड़द का एक लड्डू रोजाना खाकर उसके बाद दूध पीने से वीर्य बढ़कर धातु पुष्ट होता है और रति शक्ति (संभोग) बढ़ती है।
 
हिचकी:
साबूत उड़द जले हुए कोयले पर डालें और इसका धुंआ सूंघे। इससे हिचकी खत्म हो जाती है।
उड़द और हींग का चूर्ण मिलाकर अग्नि में जलाकर इसका धूम्रपान करने से हिचकी में फायदा होता है।
 
नकसीर, सिरदर्द:
उड़द दाल को भिगोकर व पीसकर ललाट पर लेप करने से नकसीर व गर्मी से हुआ सिरदर्द ठीक हो जाता है।
 
फोडे़:
फोड़े से गाढ़ी पीव निकले तो उड़द की पट्टी बांधने से लाभ होता है।
 
पेशाब के साथ वीर्य का जाना :
उड़द दाल का आटा 10 से 15 ग्राम लेकर उसे गाय के दूध में उबालें, फिर उसमें घी डालकर थोड़ा गर्म-गर्म 7 दिनों तक लगातार पीने से मूत्र के साथ धातु का निकलना बन्द हो जाता है।
 
पेशाब का बार-बार आना:
आंवले का रस, शहद से या अडूसे का रस जवाक्षार डालकर पीने से पेशाब का बार बार आना बन्द होता है।
अगर एक चम्मच आंवले के रस में, आधा चम्मच हल्दी और 1 चम्मच शहद मिलाकर खाये तो पूरा लाभ होता है।
 
नपुंसकता:
उड़द की दाल 40 ग्राम को पीसकर शहद और घी में मिलाकर खाने से पुरुष कुछ ही दिनों में मैथुन करने के लायक बन जाता है।

उड़द की दाल के थोड़े-से लड्डू बना लें। उसमें से दो-दो लड्डू खायें और ऊपर से दूध पी लें। इससे नुपंसकता दूर हो जाती है।
 
बालों के रोग:
200 ग्राम उड़द की दाल, 100 ग्राम आंवला, 50 ग्राम शिकाकाई, 25 ग्राम मेथी को कूटकर छान लें। इस मिश्रण में से 25 ग्राम दवा 200 मिलीलीटर पानी के साथ एक घंटा भिगोकर रख दें और इसके बाद इसको मथ-छानकर बालों को धो लें, इससे बालों के रोगों में लाभ होता है।

उड़द की दाल उबालकर पीस लें और इसको रात को सोते समय सिर के गंजेपन की जगह पर लगायें। इससे बाल उग आते हैं।
 
स्तनों में दूध की वृद्धि:
उड़द की दाल में घी मिलाकर खाने से स्त्रियों के स्तनों में पर्याप्त मात्रा में दूध की वृद्धि होती है।
 
कमजोरी:
उड़द की दाल का लड्डू रोजाना सुबह खाकर ऊपर से दूध पीने से कमजोरी कम होती है।
 
मोटापा बढ़ाना:
उड़द की दाल छिलके सहित खाने से शरीर मोटा होता है।
 
सभी प्रकार के दर्द:
उड़द की दाल की बड़ियां (पकौड़ी) को तेल में पकाकर बना लें, फिर इन बड़ियों को शहद और देशी घी में डालकर खाने से `अन्नद्रव शूल´ यानी अनाज के कारण होने वाले दर्द में लाभ दलाभ देता हैं।
 
नकसीर:
उड़द की दाल को भिगोकर पीस लें। इस पिसी हुई दाल को माथे पर लगाने से नकसीर (नाक से खून बहना) बन्द हो जाती है।
 
गठिया (जोड़ों का दर्द):
उड़द की दाल को अरण्ड की छाल के साथ उबालकर उबले उड़द के दाने चबाने से गठिया में हड्डी के अन्दर होने वाली कमजोरी दूर हो जाती है।
 
मुंहासे:
उड़द और मसूर की बिना छिलके की दाल को सुबह दूध में भिगो दें। शाम को बारीक से बारीक पीसकर उसमें नींबू के रस की थोड़ी बूंदे और शहद की थोड़ी बूंदे डालकर अच्छी तरह मिला लें और लेप बना लें। फिर इस लेप को चेहरे पर लगा लें। सुबह इसे गर्म पानी से धो लें। ऐसा लगातार कुछ दिनों तक करने से चेहरे के मुंहासे और दाग दूर हो जाते है और चेहरे में नयी चमक पैदा हो जाती है।
सिर का दर्द:
उड़द की दाल को पानी में भिगोकर फुला लें और इसको पीसकर सिर पर लेप की तरह से लगाने से सिर का दर्द दूर हो जाता है।
 
याददास्त कमजोर होना:

रात को सोते समय लगभग 60 ग्राम उड़द की दाल को पानी में भिगोकर रख दें। सुबह इस दाल को पीसकर दूध और मिश्री मिलाकर पीने से याददास्त मजबूत होती है और दिमाग की कमजोरी खत्म हो जाती है।    

उड़द की दाल, जिसे ब्लैक ग्राम (Black Gram) भी कहा जाता है, एक अत्यंत पौष्टिक और स्वास्थ्यवर्धक दाल है। यह प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम, और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर है। आयुर्वेद में इसे बलवर्धक और शीतल स्वभाव का माना गया है। उड़द का उपयोग न केवल भोजन में, बल्कि औषधीय और घरेलू उपचारों में भी किया जाता है।


उड़द दाल के फायदे (Benefits of Urad Dal)

1. हड्डियों और मांसपेशियों के लिए

  • उड़द में प्रोटीन और कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है।
  • बढ़ते बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह बेहद फायदेमंद है।

2. ऊर्जा बढ़ाने में सहायक

  • इसमें कार्बोहाइड्रेट और आयरन होता है, जो शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
  • थकान और कमजोरी में उड़द की दाल खाने से ताकत मिलती है।

3. पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद

  • फाइबर से भरपूर होने के कारण यह कब्ज को दूर करती है।
  • उड़द की दाल पेट की गैस और एसिडिटी में राहत देती है।

4. त्वचा और बालों के लिए लाभकारी

  • उड़द त्वचा को पोषण देकर उसे मुलायम और चमकदार बनाती है।
  • बालों को मजबूती देने और झड़ने से रोकने में मदद करती है।

5. दिल के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी

  • उड़द में पोटेशियम और मैग्नीशियम होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखते हैं।
  • यह हृदय रोगों से बचाव करती है।

6. इम्युनिटी बढ़ाने में सहायक

  • उड़द की दाल में एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।

7. महिलाओं के लिए विशेष लाभकारी

  • उड़द आयरन से भरपूर होती है, जो महिलाओं में एनीमिया (खून की कमी) को दूर करती है।
  • मासिक धर्म के दौरान कमजोरी और दर्द को कम करने में मददगार।

8. डायबिटीज में उपयोगी

  • उड़द का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मदद करता है।

9. वजन बढ़ाने के लिए

  • उड़द वजन बढ़ाने और शरीर को ताकतवर बनाने के लिए एक आदर्श आहार है।

आयुर्वेद में उड़द का महत्व

आयुर्वेद के अनुसार, उड़द दाल का सेवन शरीर को ताकत और गर्मी प्रदान करता है। यह वात और कफ दोष को संतुलित करती है।

आयुर्वेदिक उपयोग के तरीके

  1. शरीर की ताकत बढ़ाने के लिए:

    • उड़द की दाल में घी डालकर सेवन करें।
    • उड़द का हलवा शरीर को शक्ति प्रदान करता है।
  2. पाचन सुधारने के लिए:

    • उड़द की दाल को छौंककर हिंग और अदरक के साथ पकाएं।
  3. संधि रोग (जोड़ों के दर्द) में उपयोगी:

    • उड़द का तेल निकालकर जोड़ों की मालिश करें।
    • उड़द का लेप घुटनों पर लगाने से दर्द में राहत मिलती है।
  4. त्वचा और बालों के लिए:

    • उड़द को पीसकर दही में मिलाएं और फेस पैक की तरह लगाएं।
    • बालों की मजबूती के लिए उड़द का पानी सिर में लगाएं।
  5. बलवर्धक आहार:

    • रात में उड़द की दाल भिगोकर सुबह दूध के साथ खाएं।

चिकित्सा विज्ञान के अनुसार उड़द के फायदे

चिकित्सा विज्ञान उड़द को एक सुपरफूड मानता है क्योंकि इसमें प्रोटीन, विटामिन बी, फाइबर और आयरन अधिक मात्रा में होते हैं।

वैज्ञानिक दृष्टिकोण से उपयोग के तरीके

  1. मांसपेशियों के विकास के लिए:

    • रोजाना उड़द दाल का सूप या दलिया पिएं।
  2. रक्तचाप नियंत्रण के लिए:

    • उड़द की दाल को कम मसालों में पकाकर खाएं।
  3. बालों और त्वचा के लिए:

    • उड़द का पेस्ट बनाकर चेहरे और बालों पर लगाएं।
  4. डायबिटीज के मरीजों के लिए:

    • उड़द की बिना छिलके वाली दाल का सेवन करें।

उड़द दाल के घरेलू नुस्खे (Home Remedies with Urad Dal)

1. बालों की देखभाल

  • उड़द को पीसकर उसमें नारियल का तेल मिलाकर बालों में लगाएं।
  • झड़ते बालों के लिए उड़द का काढ़ा बनाकर सिर धोएं।

2. त्वचा की समस्याएं

  • उड़द को भिगोकर पेस्ट बनाएं और उसमें हल्दी मिलाकर चेहरे पर लगाएं।
  • झुर्रियां और झाइयां हटाने के लिए उड़द का फेस पैक फायदेमंद है।

3. ऊर्जा बढ़ाने के लिए

  • उड़द का हलवा (घी और गुड़ के साथ) बनाकर खाएं।
  • दूध में उड़द की दाल उबालकर पीने से कमजोरी दूर होती है।

4. हड्डियों और जोड़ों के लिए

  • उड़द का तेल घुटनों और जोड़ों पर लगाएं।
  • उड़द की दाल का नियमित सेवन करें।

5. पाचन सुधारने के लिए

  • उड़द की दाल को अदरक और हिंग के साथ पकाकर खाएं।

उड़द दाल से सावधानियां (Precautions)

  1. उड़द दाल को अधिक मात्रा में खाने से पेट में गैस और अपच हो सकती है।
  2. जिनका पाचन तंत्र कमजोर है, वे उड़द दाल को छौंककर खाएं।
  3. गठिया या यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या हो तो उड़द का सीमित सेवन करें।

 उड़द दाल एक पौष्टिक और प्रोटीन से भरपूर दाल है जो आयुर्वेद और चिकित्सा विज्ञान के अनुसार कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है। उड़द दाल के कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:

आयुर्वेदिक फायदे:

१) पाचन तंत्र को मजबूत बनाना: उड़द दाल पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसमें फाइबर और प्रोटीन होते हैं जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

२) रक्तचाप को नियंत्रित करना: उड़द दाल रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसमें पोटैशियम होता है जो रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है।

३) मधुमेह को नियंत्रित करना: उड़द दाल मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद करती है। इसमें फाइबर और प्रोटीन होते हैं जो रक्त में शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।

४) हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाना: उड़द दाल हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है। इसमें पोटैशियम और फाइबर होते हैं जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

चिकित्सा विज्ञान के अनुसार फायदे:

१) प्रोटीन का अच्छा स्रोत: उड़द दाल प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें लगभग २५% प्रोटीन होता है जो शरीर के लिए आवश्यक है।

२) फाइबर का अच्छा स्रोत: उड़द दाल फाइबर का अच्छा स्रोत है। इसमें लगभग १०% फाइबर होता है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।

३) विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत: उड़द दाल विटामिन और मिनरल्स का अच्छा स्रोत है। इसमें विटामिन बी, सी, और ई के साथ-साथ मिनरल्स जैसे कि आयरन, कैल्शियम, और पोटैशियम होते हैं।

आयुर्वेदिक उपाय:

१) उड़द दाल का सूप बनाकर पीना: उड़द दाल का सूप बनाकर पीने से पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।

२) उड़द दाल का सलाद बनाकर खाना: उड़द दाल का सलाद बनाकर खाने से विटामिन और मिनरल्स की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।

३) उड़द दाल का जूस बनाकर पीना: उड़द दाल का जूस बनाकर पीने से एंटीऑक्सीडेंट गुणों का लाभ उठाने में मदद मिलती है।

चिकित्सा विज्ञान के अनुसार उपाय:

१) उड़द दाल का सेवन करना: उड़द दाल का सेवन करने से विटामिन और मिनरल्स की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।

२) उड़द दाल का सूप बनाकर पीना: उड़द दाल का सूप बनाकर पीने से पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।

३) उड़द दाल का जूस बनाकर पीना: उ

निष्कर्ष

उड़द दाल एक संपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ है। यह न केवल शरीर को ताकत और ऊर्जा देता है, बल्कि पाचन, त्वचा, बाल, और हड्डियों के लिए भी फायदेमंद है। आयुर्वेद और चिकित्सा विज्ञान दोनों इसे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी मानते हैं। अपनी दिनचर्या में उड़द दाल को शामिल करें और स्वस्थ जीवन का आनंद लें।

 

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